महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जब 6 दिसबंर, 1992 को जब 'कारसेवकों' ने बाबरी ढांचा गिराया था, उस समय में वहां मौजूद था और मुझे इस बात का अभिमान है. उन्होंने ये बयान मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए दिया.
डिप्टी सीएम से जब पूछा गया, विपक्ष आरोप लगा रहा है कि बीजेपी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का इस्तेमाल अपने राजनीतिक लाभ के लिए कर रही है, इस पर प्रतिक्रिया देते हुए फडणवीस ने कहा कि जो कोई भी राम में विश्वास करता है, वह व्यक्ति राम मंदिर उद्घाटन उत्सव में भाग ले सकता है.
उन्होंने कहा, "कुछ लोग कभी भी राम मंदिर से जुड़े किसी भी आंदोलन का हिस्सा नहीं थे. मैंने तीन बार 'कार सेवा' में भाग लिया और मुझे गर्व और खुशी महसूस हो रही है कि जब (बाबरी मस्जिद) ढांचा गिराया गया तो मैं वहां मौजूद था."
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "जब कार सेवा अपने चरम पर थी तब कुछ लोग छुपे हुए थे. मैं इसके बारे में क्या कह सकता हूं? मैंने वहां बदायूं जेल में कुछ दिन भी बिताए थे."
देश के हर मंदिर में मनेगा कार्यक्रम: फडणवीस
उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को देश में एक भी ऐसा मंदिर नहीं होगा, जहां ये कार्यक्रम नहीं मनाया जाएगा. वह अयोध्या राम मंदिर के मॉडल स्वरूप बनाए गए रामरथ के उद्घाटन के बाद बोल रहे थे, जो लोगों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में जाएगा. फडणवीस के साथ इस दौरान बॉलीवुड निर्देशक रोहित शेट्टी और राज्य के कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन भी मौजूद थे.
राम मंदिर मामले में राजनीति करना बहुत छोटी बात: डिप्टी सीएम
इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने कहा, "500 साल के संघर्ष के बाद देश में राम मंदिर बन रहा है. हम बाबर द्वारा हम पर लगाए गए दाग को हटाने की प्रक्रिया में हैं. हम देश के विश्वास को बहाल कर रहे हैं. हमें अपने मतभेदों को भुला देना जाना चाहिए और राम के नाम का जाप करना चाहिए. इस मुद्दे का राजनीतिकरण करना ओछी बात है."
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