तीन MBBS छात्रों की दर्दनाक मौत... वैनगंगा नदी में नहाने गए थे, गहरे पानी में डूबे, तीनों के शव बरामद

महाराष्ट्र के चंद्रपुर-गढ़चिरौली सीमा पर वैनगंगा नदी में नहाने गए MBBS के तीन छात्रों की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई. ये तीनों छात्र छुट्टी के दिन दोस्तों के साथ पहुंचे थे. गहरे पानी में फिसलने के बाद तीनों छात्र बह गए, जिनके शव रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बरामद किए गए. इस घटना से कॉलेज और स्थानीय इलाके में मातम पसर गया है.

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रेस्क्यू में जुटी टीम. (Screengrab) रेस्क्यू में जुटी टीम. (Screengrab)

विकास राजूरकर

  • चंद्रपुर,
  • 11 मई 2025,
  • अपडेटेड 8:53 AM IST

महाराष्ट्र के चंद्रपुर और गढ़चिरोली जिले की सीमा पर बेहद दर्दनाक हादसा हो गया. यहां MBBS प्रथम वर्ष के तीन छात्र नदी में डूब गए, जिससे तीनों की मौत हो गई. कल देर शाम तक रेस्क्यू चला, लेकिन अंधेरा होने की वजह से रोक दिया गया था. आज दोबारा सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ, जिसके बाद शव बरामद हो गए. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है.

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जानकारी के अनुसार, यह घटना वैनगंगा नदी में उस वक्त हुई, जब गढ़चिरोली के शासकीय मेडिकल कॉलेज के आठ छात्र छुट्टी के दिन पिकनिक मनाने और नहाने के लिए नदी किनारे पहुंचे थे. पुलिस के अनुसार, नदी में नहाते समय तीन छात्र अचानक गहरे पानी में चले गए, उनके साथ में मौजूद अन्य छात्रों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन वे असफल रहे.

इसके बाद तुरंत स्थानीय प्रशासन और पुलिस को घटना की जानकारी दी गई. सूचना मिलते ही सवाली थाने के थानेदार प्रदीप पुल्लरवार अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया गया.

यह भी पढ़ें: चतरा में दर्दनाक हादसा... नहाने गए दो स्कूली बच्चों की डैम में डूबने से मौत, गांव में मचा कोहराम

डूबने वाले छात्रों की पहचान 20 वर्षीय गोपाल गणेश साखरे निवासी साखरी बुलढाणा), 20 वर्षीय पार्थ बालासाहेब जाधव निवासी शिर्डी अहमदनगर और 20 वर्षीय स्वप्निल उद्धवसिंह शीरे निवासी छत्रपति संभाजीनगर के रूप में की गई है. ये तीनों छात्र गढ़चिरोली के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहे थे. इस हादसे के बाद पूरे मेडिकल कॉलेज में शोक की लहर दौड़ गई है. छात्रों के परिजनों को सूचना दे दी गई है.

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बता दें कि कुछ समय पहले इसी जगह तीन बहनों की डूबकर मौत हो गई थी, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन ने यहां कोई चेतावनी बोर्ड या सुरक्षा इंतजाम नहीं किए हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह जगह गहरी और खतरनाक है, बावजूद इसके यहां पिकनिक और नहाने वालों की भीड़ बनी रहती है.

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