मुंबई में बढ़ रहे कोरोना वायरस मामलों को अब BMC (Brihanmumbai Municipal Corporation) ने भी स्वीकार कर लिया है. BMC ने स्वीकार किया है कि मुंबई में 10-12% कोरोना वायरस मामले बढ़े हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए नगर निगम ने फैसला किया है कि वह 31 मार्च तक अपने बड़े-बड़े कोविड सेंटर को ओपन रखना जारी रखेगी. ताकि BMC कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहे.
BMC के एडिशनल कमिश्नर सुरेश काकनी (Suresh Kakani) ने इंडिया टुडे से बातचीत करते हुए बताया कि बीते कुछ दिनों से कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि देखी गई है. इससे हमने महसूस किया है कि अगर आगे भी मामले बढ़ते रहे तो उनके उपचार और उन्हें एडमिट करने के लिए बड़े कोरोना सेंटर काम आ सकते हैं इसलिए उन्हें आगे भी खोले जाने का निर्णय लिया गया है.''
जब एडिशनल कमिश्नर सुरेश काकनी ने ये प्रश्न किया गया कि क्या आने वाले दिनों में किसी तरह के प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं तो उन्होंने जवाब दिया कि अगर लोगों ने हमारा सहयोग किया तो जरूर ही प्रतिबंध लगाने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ेगी. लेकिन हमने पहले ही दिन से कहा है कि अगर लोकल ट्रेनों के शुरू करने के कारण दोबारा से कोरोना मामले बढ़ने लगे तो हमें सख्त प्रतिबंध लगाने पड़ेंगे. हम जानते हैं कि लोकल ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना आसान नहीं है फिर भी अगर हम एक दूसरे के सामने खड़े न हों तब भी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है.
BMC ने बताया कि विदेशी यात्रियों के मुंबई में आने से कोरोना वायरस अधिक बढ़ रहे हैं. इसके अलावा 1 फरवरी से शुरू की गई लोकल ट्रेनों के कारण भी नए मामलों में वृद्धि देखने को मिले हैं. इसके अलावा लोग भी उस प्रकार कोविड नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं जिसकी उनसे अपेक्षा की गई है. इन कुछ कारणों से मुंबई में मामले बढ़ रहे हैं.
पंकज उपाध्याय