ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ बोर्ड को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है. ओवैसी ने कहा, वक्फ बोर्ड प्राइवेट प्रॉपर्टी है. जबकि बीजेपी ऐसे बता रही है कि जैसे सरकारी प्रॉपर्टी है. बीजेपी और आरएसएस झूठा प्रपोगेंडा फैला रही है.
उन्होंने कहा, जैसे हिंदू धर्म में प्रॉपर्टी दान दी जाती है, ठीक उसी तरह मुस्लिमों में दान की गई प्रॉपर्टी होती है. यह संशोधन बिल इसलिए लाया गया है ताकि वक्फ बोर्ड को हमेशा हमेशा के लिए खत्म किया जा सके. बिल में कहा गया है कि कोई भी प्रॉपर्टी सरकार के अंडर में है, उसका फैसला कलेक्टर करेगा. कलेक्टर भी तो सरकारी है. स्टेट वक्फ बोर्ड में मुस्लिम मेंबर होते हैं. आप उसमें 8 से 9 अपॉइंटमेंट गैर मुस्लिम करना चाहते हैं.
'हमारे धर्म में हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं'
ओवैसी ने आगे कहा, तिरुपति के प्रसाद में एनिमल फैट आने से आपको ऐतराज है. हम भी मानते हैं कि आस्था का विषय है. ये नहीं होना चाहिए. लेकिन हम हमारे धर्म में हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेंगे. मोदी जी मुसलमानों की मस्जिद, जमीन, कब्रिस्तान को हड़पना चाहते हैं.
'रैली में कोई मुस्लिम विधायक क्यों नहीं आया?'
उन्होंने कहा, महाविकास अघाड़ी से गठबंधन के लिए इम्तियाज जलील (AIMIM नेता) ने लिखित प्रस्ताव कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और एनसीपी के अध्यक्ष को दिया है, अब उन्हें फैसला लेना है. इम्तियाज जलील ने अपनी तिरंगा रैली में सभी को शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा था. इतने सारे उनके मुस्लिम विधायक चुनकर आये थे, उसमें से कोई नहीं आया है. यह रैली AIMIM की पॉलिटिकल रैली नहीं थी. पैगाम मोहम्मद के खिलाफ जिन्होंने बोला था, यह रैली उनके खिलाफ थी तो सबको शामिल होना चाहिए था.
यूपी में अलायंस पर क्या बोले ओवैसी?
उत्तर प्रदेश के विधानसभा उप चुनाव में चंद्रशेखर आजाद की पार्टी से गठबंधन होगा है या नहीं? इस सवाल पर ओवैसी ने कहा, हमारे उत्तर प्रदेश अध्यक्ष के अध्यक्ष ही इसका जवाब देंगे.
ओवैसी ने और क्या-क्या बोला है...
- तिरुपति मंदिर का प्रसाद में एनिमल फैट मिला तो इतना बवाल हो गया. यह मैं भी मानता हूं कि यह गलत है, पर वक्फ बोर्ड बिल में मुसलमानों के अलावा दूसरे धर्मों को भी लाया जा रहा है. वो गलत नहीं है क्या? मोदी जी मुसलमानों की जमीन हड़पना चाहती है?
दीपेश त्रिपाठी