हरियाणा में बेरोजगारी बनी बड़ी चुनौती! सरकार के 2 लाख नौकरियों के वादे पर उठ रहे सवाल

हरियाणा में बीजेपी सरकार को सत्ता में आए एक साल से ज्यादा हो गया है, लेकिन बेरोजगारी अब भी गंभीर समस्या है. सरकार ने 2 लाख सरकारी और 5 लाख अप्रेंटिसशिप नौकरियों का वादा किया था, लेकिन विपक्ष का दावा है कि सिर्फ 10-11 हजार पद भरे गए.

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हरियाणा में बेरोज़गारी दर क़रीब 37% है. (File Photo: PTI) हरियाणा में बेरोज़गारी दर क़रीब 37% है. (File Photo: PTI)

कमलजीत संधू / असीम बस्सी / अमन भारद्वाज

  • चंडीगढ़,
  • 30 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 7:03 AM IST

हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को सत्ता में वापस आए एक साल से ज्यादा वक्त हो गया है, लेकिन रोजगार का कैनवास अभी भी बड़ी चुनौती बना हुआ है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली बीजेपी ने 5 अक्टूबर 2024 के विधानसभा चुनाव के इलेक्शन मेनिफेस्टो में राज्य के युवाओं के लिए 2 लाख सरकारी नौकरियों का प्रमुख वादा किया था. इसके साथ ही अप्रेंटिसशिप और औद्योगिक पहलों के जरिए 5 लाख अतिरिक्त रोजगार के मौकों का भी वादा किया गया था.

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CMIE के 2024 के आंकड़ों के मुताबिक, हरियाणा में युवा बेरोजगारी दर करीब 37% है, जो देश के राज्यों में सबसे ज्यादा है. सरकार ने भ्रष्टाचार और पर्ची-खर्ची को खत्म करने का संकल्प भी लिया था. सरकार 34 हजार नौकरियां देने का दावा कर रही है, जबकि विपक्ष केवल 10-11 हजार नौकरियां देने की बात कर रहा है.

बीजेपी सरकार का दावा है कि कोशिश जारी हैं, लेकिन नौकरी पैदा करने की स्पीड और पैमाना हरियाणा के राजनीतिक सिनेरियो में विवाद का मुद्दा बन गया है. मेनिफेस्टो में अग्निवीरों के लिए गारंटीकृत रोजगार और 50 हजार नौकरियां पैदा करने के टारगेट के साथ 10 औद्योगिक शहर स्थापित करने का संकल्प भी लिया गया था.

औद्योगिक और अप्रेंटिसशिप पहल...

गुरुग्राम और हिसार में खरखौदा मॉडल से प्रेरित दो नई इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप (IMTs) शुरू की गई हैं. इन परियोजनाओं से 2026 तक 20,000-30,000 प्राइवेट सेक्टर से जुड़ी नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है. 50 हजार से ज्यादा युवा नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम के तहत नामांकित हुए हैं, जिन्हें 8,000-10,000 रुपये प्रति माह का वजीफा मिल रहा है. ये भूमिकाएं स्थायी सरकारी नौकरी नहीं हैं.

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सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, HSSC के जरिए 31,343 और HPSC के जरिए तमाम पदों पर 2,579 पदों पर भर्ती हुई है. CM सैनी की घोषणाओं के मुताबिक, करीब 500 पूर्व अग्निवीरों को सितंबर 2025 तक राज्य पुलिस और अर्धसैनिक सेवाओं में शामिल किया गया है. हालांकि, विपक्ष का दावा है कि वास्तविक आंकड़ा 10-11 हजार के आसपास है.

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CET नतीजे का इंतजार

सरकार ने ग्रुप C के पदों के लिए कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) परीक्षा जुलाई में आयोजित कराई थी, लेकिन अब तक परिणाम का इंतजार है. करीब 13 लाख आवेदक CET के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं, जिससे कई युवाओं में निराशा है.

विपक्ष ने सरकार पर खोखले वादे करने का आरोप लगाया है. भूपिंदर हुड्डा ने कहा कि CM सैनी ने 5 साल में 2 लाख नौकरियां देने का वादा किया, लेकिन केवल 11 हजार ही दे पाए. सीनियर कांग्रेस नेता गीता भुक्कल ने कहा कि युवाओं को टेम्परेरी नौकरियां दी जा रही हैं और वे नशीले पदार्थों के दुरुपयोग और अपराध की ओर धकेल दिए जा रहे हैं.

अन्य दलों ने क्या कहा?

इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के अभय चौटाला ने कहा कि सिंचाई जैसे विभागों में हजारों पद खाली हैं, लेकिन भर्ती नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि PhD की लड़कियां हरियाणा में 'बेल्डर' (मामूली मजदूर) के रूप में काम कर रही हैं. पूर्व उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पूछा कि बीजेपी की कौन सी योजना वास्तव में काम कर रही है.

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सरकार का बचाव...

बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री मूल चंद शर्मा ने कहा कि जो वादे किए गए थे, उन्हें पूरा किया जाएगा. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडोली ने कहा कि 217 चुनावी वादों में से 48 पूरे हो चुके हैं और 90 पर काम चल रहा है. उन्होंने दावा किया कि सैनी सरकार ने शुरुआत में ही 25,000 नौकरियां दीं.

नौकरी न मिलने की वजह से 46,102 स्नातक और स्नातकोत्तर युवाओं ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) द्वारा भर्ती किए गए संविदात्मक स्वीपरों की नौकरी के लिए आवेदन किया था. 2024 के आंकड़ों के मुताबिक, 39,990 से ज्यादा स्नातक और 6,112 से ज्यादा स्नातकोत्तर ने इन अकुशल मामूली नौकरियों के लिए आवेदन किया है.

जमीनी स्तर पर आवाजें...

पंचकूला के युवाओं के बीच संदेह का माहौल है. एक युवा ने कहा कि रोजगार नहीं है और सरकारी नौकरी हाथ से गई है. एक अन्य ने कहा कि खर्चे बढ़ रहे हैं और सरकार को इस पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है.

 
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