फरीदाबाद पुलिस ने भूप सिंह नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि भूप सिंह ने अपनी बहू की 21-22 अप्रैल की रात गला दबाकर हत्या की. घर में उस वक्त भूप सिंह की बेटी मौजूद थी, लेकिन भूप सिंह ने इतनी चालाकी से हत्या कर दी कि किसी को पता नहीं लगा. इसके बाद घर के बाहर सोखता के लिए जो गड्ढा खोदा गया था, उसमें बॉडी को दफना दिया. पुलिस का कहना है कि जिस वक्त भूप सिंह ने अपनी बहू तनु की हत्या की, उस वक्त तनु का पति घर पर मौजूद नहीं था. पुलिस ने कहा कि हत्या की वजह दहेज माना जा रहा है.
भूप सिंह ने बहू की हत्या गला दबाकर की, फिर ऊपर की मंजिल से लाश को लेकर ग्राउंड फ्लोर पर आया, फिर घर से बाहर गया और उसने जो 12 फीट का गड्ढा सोखता के लिए तैयार किया था, लाश को उसी में दफना दिया. ऊपर से गड्ढे में मिट्टी भरने के बाद कंक्रीट भी लगाए, ताकि बदबू बाहर न आए. यह सब भूप सिंह ने अकेले किया.
हालांकि फरीदाबाद पुलिस यह भी कह रही है कि मामले की जांच जारी है. भूप सिंह को रिमांड पर लिया जाएगा. अगर इस हत्याकांड में किसी का भी हाथ सामने आया या किसी भी तरीके की संलिप्तता नजर आई तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
यह भी पढ़ें: मेरठ ड्रम मर्डर केस: प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करने वाली मुस्कान और साहिल पर कोर्ट ने तय किए हत्या के आरोप
इस कत्ल को लेकर और कत्ल के तरीके पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर किस तरीके से बुजुर्ग ने महिला की अकेले हत्या की और घर में मौजूद किसी को खबर तक नहीं लगी? आखिर किस तरीके से भूप सिंह अकेले लाश को लेकर पहली मंजिल से ग्राउंड फ्लोर और फिर बाहर पहुंचा, और किसी को भनक तक नहीं लगी? 12 फीट गहरा और तकरीबन 4 फीट चौड़ा गड्ढा भूप सिंह ने अकेले कैसे भर दिया? फिलहाल पुलिस के पास इसका जवाब नहीं है.
क्या भूप सिंह ने गड्ढे में लाश को दफनाने के लिए किसी की मदद ली, इस बात की जांच जारी है. क्या महज दहेज के लिए एक शख्स ने अपनी बहू की हत्या कर दी, वो भी अकेले? सवाल ये भी है कि आखिर पुलिस की नजर उस गड्ढे पर पहले क्यों नहीं पड़ी? इस पूरे मामले में जांच अभी जारी है. पुलिस का कहना है कि उन्हें इंतजार है भूप सिंह के सच बोलने का, ताकि यह साफ हो सके कि इस हत्याकांड में कोई और शामिल है या नहीं.
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद की रहने वाली तनु की शादी 2023 में फरीदाबाद के रहने वाले अरुण के साथ हुई थी. तनु के घर वालों का कहना है कि दहेज के लिए तनु को परेशान किया जाता था. तनु की गुमशुदगी की रिपोर्ट 25 अप्रैल को फरीदाबाद पुलिस ने दर्ज कर ली थी, लेकिन उसके बाद घर के सामने दफ्न उसकी लाश तक पहुंचने में पुलिस को पूरे 2 महीने लग गए.
हिमांशु मिश्रा / सचिन गौड़