अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच ने विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं को साइबर क्राइम में धकेलने वाले गिरोह का खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में वडोदरा के रहने वाले किंजल शाह को गिरफ्तार किया है, जो मुख्य आरोपी अभिषेक सिंह के लिए काम करता था.
जानकारी के अनुसार, अप्रैल 2025 में अहमदाबाद का एक युवक दुबई में वर्क परमिट न मिलने से परेशान था. इसी दौरान अभिषेक सिंह ने उसे सोशल मीडिया पर बैंकॉक की एक आईटी कंपनी में नौकरी का प्रस्ताव दिया. उसे एक लाख रुपये मासिक वेतन, रहने और खाने की सुविधा तथा टिकट का आश्वासन दिया गया. युवक ने हामी भर दी और किंजल शाह ने उसके वीजा की प्रक्रिया पूरी करवाई.
नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं साइबर क्राइम में धकेला
जब युवक बैंकॉक पहुंचा तो उसे कार में बैठाकर थाईलैंड की सीमा तक ले जाया गया. वहां उसका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया और जंगल के रास्ते अवैध नहर पार कराकर उसे म्यांमार ले जाया गया. वहां उसे साइबर क्राइम का प्रशिक्षण लेने के लिए मजबूर किया गया.
मना करने पर उसके साथ मारपीट की गई और जब उसने अवैध काम करने से इनकार किया तो उसे दो दिन तक पिंजरे में बंद रखा गया. बाद में उसे छोड़ने के लिए साढ़े तीन लाख रुपये की फिरौती मांगी गई. रकम चुकाने के बाद युवक को भारत वापस भेजा गया.
पुलिस ने एक आरोपी को किया गिरफ्तार
एसीपी हार्दिक माकडिया ने बताया कि अभिषेक सिंह भी वडोदरा का रहने वाला है और म्यांमार तथा कंबोडिया में अवैध कॉल सेंटर में काम करने के बाद इस नेटवर्क से जुड़ गया. वह सोशल मीडिया पर नौकरी के बहाने युवाओं को फंसाता था. जांच में सामने आया कि किंजल शाह अब तक दो लोगों को नौकरी के नाम पर विदेश भेज चुका है.
ब्रिजेश दोशी