तीसरी बार सांसद, तीसरी बार बनीं मंत्री... ये है अनुप्रिया पटेल का राजनीतिक करियर

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिला. इसके साथ ही आज नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने. इस बार 72 सांसदों को मंत्री बनाया गया है. इनमें एक अनुप्रिया पटेल भी शामिल हैं, जो उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से सांसद हैं. यह तीसरी बार है जब उन्हें राज्य मंत्री पद दिया गया है. इस बार उन्हें स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री, रसायन और उर्वरक मंत्रालय में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है.

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अनुप्रिया पटेल. अनुप्रिया पटेल.

अतुल कुशवाह

  • नई दिल्ली,
  • 09 जून 2024,
  • अपडेटेड 1:44 PM IST

नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार पीएम पद की शपथ ली है. उन्होंने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में शपथ ली. उनके साथ कैबिनेट मंत्री, स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री और राज्य मंत्री के रूप में 72 सांसदों ने शपथ ली. इनमें एक अपना दल (एस) की प्रमुख अनुप्रिया पटेल भी शामिल हैं. अनुप्रिया पटेल को राज्य मंत्री का पद दिया गया है. इस बार उन्हें स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री, रसायन और उर्वरक मंत्रालय में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है. 

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अनुप्रिया पटेल उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर सीट से सांसद हैं. चुनाव में उन्होंने 471,631 वोट हासिल किए थे. इस सीट पर समाजवादी पार्टी से रमेश चंद बिंद चुनाव मैदान में थे, जिन्हें 433,821 वोट मिले. वहीं बसपा के मनीष कुमार को 144446 वोट हासिल हुए.

UP की राजनीति में युवा चेहरा हैं अनुप्रिया

अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक युवा महिला चेहरा हैं. वे अपने पिता सोनेलाल की पार्टी अपना दल (एस) का प्रतिनिधित्व करती हैं. अपना दल पार्टी दो धड़ों में बंटी है, अपना दल (एस) जो अनुप्रिया पटेल के नाम से जानी जाती है और अपना दल (कृष्णा पटेल गुट) जिसका प्रतिनिधित्व उनकी मां करती हैं.

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सड़क हादसे में हुए पिता के निधन के बाद 2009 में अनुप्रिया पटेल को अपना दल का महासचिव बनाया गया और उनकी मां कृष्णा पटेल पार्टी की अध्यक्ष बनीं. अनुप्रिया पटेल अपना दल पार्टी को मजबूत बनाने के लिए लगन और मेहनत से आगे बढ़ती रहीं. लोगों ने उन्हें सियासी मैदान में उतरने के लिए प्रोत्साहित किया और 2012 में अनुप्रिया अपना दल की ओर से वाराणसी की रोहनिया सीट से विधानसभा चुनाव मैदान में उतरीं और जीत भी हासिल की.

कानपुर में जन्मीं और दिल्ली से की पढ़ाई

अनुप्रिया पटेल का जन्म 29 अप्रैल 1981 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ था. अनप्रिया के पिता सोनलाल पटेल ने उत्तर प्रदेश में अपना दल राजनीतिक दल की स्थापना की थी. अनुप्रिया ने दिल्ली के लेडी श्री राम कॉलेज फॉर विमेन और कानपुर में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की है. उसके पास मनोविज्ञान में मास्टर्स डिग्री है और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं.

साल 2012 में लड़ा था विधानसभा चुनाव

मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल होने जा रहीं अनुप्रिया पटेल ने साल 2014 का आम चुनाव भाजपा के समर्थन से लड़ा था. वे अपना दल के संस्थापक सोने लाल पटेल की बेटी हैं. मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल करने वाली अनुप्रिया पटेल ने तीसरी बार सांसद बनी हैं. सांसद बनने से पहले अनुप्रिया ने साल 2012 में उत्तर प्रदेश विधानसभा में वाराणसी के रोहनिया निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था.

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2014 में पहली बार बनीं सांसद

2014 में रोहनिया विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में टिकट को लेकर अनुप्रिया का अपनी मां कृष्णा पटेल से विवाद शुरू हुआ. जिसके बाद कृष्णा पटेल ने अनुप्रिया पटेल और उनके समर्थकों को पार्टी से बेदखल कर दिया.

अनुप्रिया पटेल ने अपना दल (एस) को मजबूत बनाने के लिए बीजेपी के साथ गठबंधन किया और 2014 में मिर्जापुर लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतर गईं. साल 2014 में मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल करके अनुप्रिया पटेल पहली बार सांसद बनीं.

पार्टी को लेकर वर्चस्व की जंग में मां से विवाद

पारिवारिक कारणों के चलते अपना दल दो गुटों में बंट गई. एक की कमान अनुप्रिया पटेल और उनके पति आशीष पटेल के हाथों में है तो दूसरे की कमान मां कृष्णा पटेल और बहन पल्लवी पटेल के हाथ में है. सोनेलाल पटेल की तीसरी बेटी अमन पटेल राजनीति में नहीं उतरी हैं.

2014 में अनुप्रिया पटेल की जीत के बाद मां के साथ उनका विवाद सामने आया था. पार्टी पर वर्चस्व की लड़ाई के बीच मां कृष्णा पटेल ने दूसरी बेटी पल्लवी पटेल को पार्टी का उपाध्यक्ष बना दिया था. हालांकि इससे अनुप्रिया पटेल की स्थिति पर कोई असर नहीं पड़ा. बीजेपी से गठबंधन में रहते हुए वे मोदी सरकार में मंत्री भी बन गईं.

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