दिल्ली के शाहदरा इलाके में शनिवार शाम को कांवड़ यात्रा के मार्ग पर कांच के टुकड़े मिलने का मामला सामने आया था. दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा ने आरोप लगाए थे कि ये ऐसा इसलिए किया गया ताकि सौहार्द बिगड़े और यात्रा में बाधा पहुंचाई जा सके.
अब इस मामले में लोक निर्माण विभाग के एक जूनियर इंजीनियर ने सीमापुरी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई है. उन्होंने कहा कि रास्ते में बिखरे कांच के टुकड़ों की वजह से न सिर्फ आम लोगों को चोट लगने का खतरा है, बल्कि इससे कांवड़ियों की धार्मिक भावना को भी ठेस पहुंच सकती है.
इस शिकायत पर पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है. यह केस भारत न्याय संहिता (BNS) की धारा 125 (धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना) और 299 (जानबूझकर किसी को चोट पहुंचाने की कोशिश) के तहत दर्ज किया गया है.
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए जांच शुरू कर पूरे मामले को स्पष्ट किया है कि रास्ते पर कांच कहां से आया.
दिल्ली के एलजी ने क्या कहा?
दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, दिल्ली के दिलशाद गार्डन इलाके में बीती रात एक गंभीर और संवेदनशील मामला सामने आया. करीब एक किलोमीटर लंबे रास्ते पर बड़ी मात्रा में टूटे कांच के टुकड़े बिखरे पाए गए. जैसे ही यह जानकारी प्रशासन को मिली, तुरंत पुलिस को मौके पर भेजा गया और PWD को आदेश दिया गया कि सड़क की सफाई तत्काल की जाए. साथ ही एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया.
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पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और आसपास के इलाके में लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि यह पता चल सके कि कांच किसने और क्यों फेंके.
स्थानीय लोग भी इस घटना से डरे हुए हैं. उनका कहना है कि इससे न केवल यात्रियों की सुरक्षा को खतरा है, बल्कि यह साफ-सफाई और कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है. पुलिस ने फिलहाल इलाके में गश्त बढ़ा दी है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है.
जांच में क्या आया सामने?
जांच में पता चला कि दिल्ली के सीमापुरी और गाज़ियाबाद के शालीमार गार्डन के बीच ई-रिक्शा से ले जाए जा रहे 19 गैस ग्लास टूट गए थे. डीसीपी शाहदरा के मुताबिक, वो ई-रिक्शा चिन्हित कर लिया गया है, जो शालीमार गार्डन (उत्तर प्रदेश) से सीमापुरी के पास स्थित सीलमपुर इलाके में गैस ग्लास ले जा रहा था, जांच में यह भी सामने आया है कि ये सभी 19 गैस ग्लास रास्ते में ही टूट गए थे.
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ई-रिक्शा चालक की पहचान कुसुम पाल पुत्र रघुवीर सिंह, निवासी नंद नगरी, दिल्ली के रूप में हुई है. वर्तमान में वह डीएलएफ, गाज़ियाबाद (यूपी) में किराए के मकान में रह रहा. उसकी उम्र 43 वर्ष बताई जा रही है. चालक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
फिलहाल पुलिस द्वारा ई-रिक्शा के पूरा रूट, दोनों छोर और संभावित घटनास्थल की भी जांच की जा रही है. पुलिस इस बात की तस्दीक करने में जुटी है कि गैस ग्लास रास्ते में कैसे और किन परिस्थितियों में टूटे. यह भी जांच का विषय है कि क्या मामला केवल एक दुर्घटना है या इसके पीछे किसी और मंशा की संभावना है. जांच में आगे की कार्रवाई जारी है.
अरविंद ओझा