दिल्ली पुलिस का बड़ा एक्शन... 71 विदेशी नागरिक डिपोर्ट, बांग्लादेशी-रोहिंग्या और नाइजीरियाई शामिल

दिल्ली पुलिस ने मई महीने में द्वारका में अवैध रूप से रह रहे 71 विदेशी नागरिकों को पकड़कर उनके देश वापस भेजा है. इनमें 47 बांग्लादेशी, 17 म्यांमार के रोहिंग्या और 7 नाइजीरियाई नागरिक शामिल हैं. पुलिस ने इन सभी को पहले हिरासत में लेकर जांच-पड़ताल की, उसके बाद नियमों के मुताबिक डिपोर्ट कर दिया.

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डिपोर्ट किए गए विदेशी नागरिक. डिपोर्ट किए गए विदेशी नागरिक.

हिमांशु मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 06 जून 2025,
  • अपडेटेड 12:15 PM IST

दिल्ली पुलिस ने मई महीने में द्वारका जिले से अवैध रूप से रह रहे 71 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर उनके देश वापस भेज दिया है. इन गिरफ्तारियों में 47 बांग्लादेशी, 17 म्यांमार के रोहिंग्या और 7 नाइजीरियाई नागरिक शामिल हैं. पुलिस ने सभी विदेशी नागरिकों को पहले डिटेंशन सेंटर में रखा और जांच-पड़ताल के बाद नियमों के तहत डिपोर्ट किया. यह कार्रवाई अवैध प्रवास के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है. ये लोग लंबे समय से राजधानी में बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे थे.

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पुलिस ने इन सभी को पहले हिरासत में लेकर डिटेंशन सेंटर भेजा, फिर आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी कर इन्हें उनके देश भेजा गया. यह कार्रवाई विदेशी नागरिक अधिनियम (Foreigners Act) और पासपोर्ट अधिनियम (Passport Act) के तहत की गई.

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, द्वारका जिला लगातार ऐसे अवैध रूप से रह रहे विदेशियों की पहचान कर कार्रवाई कर रहा है. खासकर बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर पुलिस सतर्क है. अधिकारियों ने बताया कि दिसंबर 2023 से अब तक दिल्ली के विभिन्न इलाकों से 1000 से ज्यादा बांग्लादेशियों को डिपोर्ट किया जा चुका है.

यह भी पढ़ें: 'इनकी राष्ट्रीयता वेरिफाई करो, हम डिपोर्ट करेंगे...', 2300 अवैध घुसपैठियों की लिस्ट बांग्लादेश को सौंपकर भारत ने कहा

पुलिस को इन अवैध नागरिकों के खिलाफ कई शिकायतें मिल रही थीं. इनमें से कुछ के अपराध में शामिल होने, फर्जी दस्तावेज बनवाने और झुग्गियों में छिपकर रहने की बात सामने आई थी. जांच के दौरान यह भी पता चला कि ये लोग स्थानीय लोगों की मदद से किराए पर मकान लेकर या मजदूरी कर खुद को छुपा रहे थे.

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द्वारका जिला पुलिस ने स्थानीय खुफिया इनपुट, मकान मालिक सत्यापन अभियान और दस्तावेज जांच के जरिए इन विदेशियों की पहचान की. इसके बाद इन्हें संबंधित डिटेंशन सेंटर भेजा गया और फिर विदेश मंत्रालय के माध्यम से डिपोर्टेशन की प्रक्रिया पूरी की गई.

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे किसी भी विदेशी नागरिक को बख्शा नहीं जाएगा. पुलिस द्वारा किराएदारों और घरेलू सहायकों के सत्यापन को लेकर आम नागरिकों से भी सहयोग की अपील की गई है.

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