पुरानी दिल्ली में सोमवार शाम हुए कार धमाके की जांच में अब ये सामने आया है कि संदिग्ध हमलावरों ने जानबूझकर उस जगह को चुना, जो लाल किले के सबसे नजदीक थी और जहां आसपास भीड़भाड़ वाले बाजार और मंदिर भी मौजूद थे. इंडिया टुडे की ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) टीम ने CCTV फुटेज, आधिकारिक बयानों और चश्मदीदों के विवरण के आधार पर कार की पूरी रूट ट्रेस की है.
टीम के मुताबिक i20 कार ने सुनेहरी मस्जिद पार्किंग से लाल किले की ओर बढ़ते हुए रास्ते में दिगंबर जैन मंदिर और गौरी शंकर मंदिर के बहुत करीब से गुजरी, लेकिन किसी जगह रुकी नहीं. इसके बाद कार भीड़भाड़ वाले इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट और लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास से भी होकर निकली.
(वीडियो कैप्शन: ये रिकंस्ट्रक्शन चश्मदीदों के बयान, इंडिया टुडे की रिपोर्टिंग और उपलब्ध नक्शों के आधार पर तैयार किया गया है. नक्शे पूर्ण नहीं हैं.)
CCTV फुटेज के मुताबिक, कार ने शाम 6 बजकर 22 मिनट पर सुनेहरी मस्जिद से निकलना शुरू किया और 6 बजकर 52 मिनट पर धमाका हुआ यानी करीब 30 मिनट के भीतर यह घटना हुई.
ब्लास्ट से ठीक पहले कार ने करीब 400 मीटर आगे जाकर यू-टर्न लिया, जिससे वह लाल किले के और नजदीक पहुंच सके. माना जा रहा है कि यू-टर्न लेना एक योजनाबद्ध कदम था ताकि धमाका ठीक उस पॉइंट पर हो सके जो लाल किला परिसर के सबसे करीब था जहां तक कोई निजी वाहन पहुंच सकता है.
बता दें कि दिल्ली में हुए कार धमाके में कम से कम 10 लोगों की मौत हुई और 20 से ज्यादा लोग घायल हुए. इस पूरे मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपी गई है. जांच में कई परतें खुल रही हैं. इस ब्लास्ट के पुलवामा से कनेक्शन की जांच भी हो रही है. अभी तक कई संदिग्धों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
अंकित कुमार / बिदिशा साहा / आकाश शर्मा