डीडीए (Delhi Development Authority) डिमोलिशन के दस्ते के सोमवार करीब 11 बजे महरौली बस अड्डे की तरफ बढ़ते ही लोग अपनी दुकानों और घरों को बचाने के लिए दौड़े. कोई रो रहा था तो कोई अपनों को सांत्वना दे रहा था. अपने घरों, दुकानों और प्रतिष्ठानों को बचाने के लिए कुछ लोग ह्यूमन चेन बनाते भी नजर आए. हालांकि, ये सभी कोशिशें नाकाफी रहीं और बुलडोजर चलता रहा. लोग अपना दर्द सुनाते रहे और कार्रवाई करने वाली टीम कागजों का हवाला देती रही.
पहले अफसरों पर कार्रवाई की जानी चाहिए
इसी बीच हरप्रीत कौर नाम की महिला पुलिस ने नजर बचाकर अपने घर की तरफ दौड़कर छत पर खड़ी हो गई. वो रो-रोकर पुलिस वालों से वापस जाने के लिए कहने लगी. हरप्रीत का कहना है कि जिस खसरा नंबर को बताकर डीडीए की डिमोलिशन की कार्रवाई की जा रही है वह उनका है ही नहीं. पिछले 40 सालों से वह यहां रही हैं. इससे पहले उन सरकारी अफसरों पर कार्रवाई की जानी चाहिए, जिन्होंने मकान की रजिस्ट्री की है.
बावजूद इसके बुलडोजर चल रहा है
उधर, महरौली थाने के नजदीक हरमीत तनेजा का प्रॉपर्टी नंबर 1/1092 है. हरमीत ने प्रॉपर्टी के पेपर्स पुलिस को दिखाए, लेकिन बुलडोजर रुकने का नाम नहीं ले रहा था. उनका दावा है कि उनकी प्रॉपर्टी का एरिया 900 यार्ड है, जो कि फ्री होल्ड है. ये उन्हें मिनिस्ट्री ऑफ रिहैबिलिटेशन की तरफ से दिया गया है. बावजूद इसके बुलडोजर चल रहा है.
आंखें नम कर देने वाला नजारा
हरमीत की शॉप से सटे एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में एनाटॉमी फिजियो पढ़ाने वाली जानकी बुलडोजर को देखकर रोने लगीं. इस दौरान विद्यार्थी उनको सांत्वना दे रहे थे. आंखें नम कर देने वाला कुछ ही नजारा पैरामेडिकल कोर्सेज चलाने वाले कम्युनिटी कॉलेज के पास देखने को मिला. यहां जैसे ही बुलडोजर स्टार्ट हुआ, महिलाएं ह्यूमन चेन बनाकर खड़ी हो गईं, लेकिन सब कुछ बेअसर रहा.
22 एकड़ एरिया अतिक्रमण से मुक्त कराना है
इस ड्राइव को लेकर महरौली थाना पुलिस एसएचओ पूरन चंद यादव का कहना है कि करीब 22 एकड़ एरिया अतिक्रमण से मुक्त कराना है. पुलिस के मुताबिक, कुतुबमीनार के आसपास चौथे दिन की ड्राइव में जो एरिया अतिक्रमण में आएगा उस पर बुलडोजर चलेगा. डीडीए के मुताबिक यह लड्डा सराय एरिया है, जबकि ज्यादातर लोगों की रजिस्ट्री महरौली के नाम से हुई है.
डिमार्केशन के बाद कार्रवाई हो रही
डीडीए के दस्तावेजों में वार्ड नंबर-1 का एरिया जहां डिमोलिशन की कार्रवाई की जा रही है, वह लड्डा सराय के नाम से जाना जाता है. इसे खाली कराए जाने का ऑर्डर 2018 का है. अधिकारियों का दावा है कि डिमार्केशन के बाद ही इलाके में तोड़फोड़ (कार्रवाई) हो रही है.
पुलिस के साथ ही 8 कंपनी फोर्स भी तैनात
बता दें कि पहले तीन दिन वार्ड नंबर 8 में डिमोलिशन के तहत घर तोड़े गए. चौथे दिन महरौली बस अड्डे के पास डीडीए का बुल्डोजर वार्ड नंबर-1 में चला. ये एरिया थाने के करीब का है. सुरक्षा के मद्देनजर महरौली जिले की पुलिस के साथ ही 8 कंपनी फोर्स भी तैनात है.
राम किंकर सिंह