अरविंद केजरीवाल ने झुग्गियों को तोड़ने को लेकर दिल्ली की बीजेपी सरकार के खिलाफ बड़ा हल्ला बोल किया है. अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में झुग्गियां तोड़ने का आरोप लगाया तो कांग्रेस ने इसे अरविंद केजरीवाल के घड़ियाली आंसू बता दिया है. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी अब भी केंद्र में इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं लेकिन राज्य स्तर पर एक दूसरे के खिलाफ लगातार तीखी टिप्पणियां कर रहे हैं.
रविवार को अरविंद केजरीवाल जंतर-मंतर पर गरज रहे थे तो तभी कांग्रेस उन्हें उन्हीं के कार्यकाल में झुग्गियों पर हो रही कार्रवाई पर दस सवाल पूछ डाले. इन सवालों को दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए पूछा.
पूछे 10 सवाल
कांग्रेस ने अपने आरोपों में केजरीवाल पर पाखंड और झुग्गीवासियों की रक्षा करने में विफलता की बात कही है. ये सवाल केजरीवाल के जंतर मंतर पर धरने के संदर्भ में उठाए गए, जिसे कांग्रेस ने "मगरमच्छ के आंसू" करार दिया. इन सवालों में मुख्य ऐसे हैं-
1. झुग्गी हटाओ योजना की मंजूरी: क्या यह सच नहीं कि 8 मई, 2021 को अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री के रूप में "झुग्गी हटाओ" योजना को मंजूरी दी थी? अब वह झुग्गीवासियों के साथ खड़े होने का नाटक क्यों कर रहे हैं?
2. आवास योजना को बंद करना: क्या तत्कालीन मंत्री सत्येंद्र जैन ने 15 सितंबर, 2021 को "जहां झुग्गी, वहां मकान" योजना को बंद करने की घोषणा नहीं की थी? अब केजरीवाल मगरमच्छ के आंसू क्यों बहा रहे हैं?
3. पैसों का अपने लिए आवास पर दुरुपयोग: क्या केजरीवाल ने झुग्गीवासियों के वोटों का उपयोग अपने भव्य "शीशमहल" बनाने के लिए नहीं किया? अब जब झुग्गीवासी बेघर हो रहे हैं, तो वह धरना क्यों दे रहे हैं?
4. सुप्रीम कोर्ट में नहीं लड़ी लड़ाई: जब कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में झुग्गीवासियों के लिए लड़ाई लड़ी, तो आप के किसी नेता ने कोई पहल क्यों नहीं की, और यह निष्क्रियता किसके दबाव में थी?
5. विधानसभा में भी नहीं लाए प्रस्ताव: केजरीवाल सरकार, जो विभिन्न मुद्दों पर प्रस्ताव पारित करने के लिए जानी जाती है, ने दिल्ली विधानसभा में झुग्गियों की रक्षा के लिए कोई प्रस्ताव क्यों नहीं लाया?
केजरीवाल को सीधी चुनौती!
यादव के सवाल केजरीवाल की विश्वसनीयता को चुनौती देते हैं. खासकर आप के जंतर मंतर पर धरने के बाद, जहां केजरीवाल ने बीजेपी पर झुग्गीवासियों को निशाना बनाने और उन्हें "बांग्लादेशी और रोहिंग्या" कहकर उनकी पहचान पर सवाल उठाने का आरोप लगाया था. कांग्रेस का दावा है कि केजरीवाल के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य उनके वर्तमान गरीबों के समर्थक के रुख से विरोधाभासी हैं.
कुमार कुणाल