'राहुल गांधी को देश का ज्ञान नहीं', क्षेत्रीय पार्टियों पर बयान को लेकर TMC, JDs के बाद अब RJD ने साधा निशाना

राजस्थान के उदयपुर में हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर के आखिरी दिन राहुल गांधी ने कहा था कि क्षेत्रीय पार्टियां बीजेपी-आरएसएस का सामना नहीं कर सकती हैं क्योंकि उनकी कोई भी वैचारिक प्रतिबद्धता नहीं होती है. राहुल गांधी के इस बयान पर टीएमसी और जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने भी पलटवार किया था.

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शिवानंद तिवारी ने राहुल गांधी पर पलटवार किया शिवानंद तिवारी ने राहुल गांधी पर पलटवार किया

सुजीत झा

  • पटना,
  • 18 मई 2022,
  • अपडेटेड 9:19 AM IST
  • राहुल ने कहा था- क्षेत्रीय पार्टियां बीजेपी का सामना नहीं कर सकती
  • आरजेडी ने कहा- राहुल को राजनीति के बारे में ज्ञान नहीं

राजस्थान में कांग्रेस के चिंतन शिविर में क्षेत्रीय पार्टियों को लेकर दिए बयान को लेकर राहुल गांधी निशाने पर आ गए हैं. अब बिहार में मुख्य विपक्षी दल और लालू यादव की पार्टी RJD ने राहुल गांधी पर पलटवार किया. आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा, राहुल गांधी ने क्षेत्रीय पार्टियों के लिए अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को देश का ज्ञान नहीं है. 

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दरअसल, राजस्थान के उदयपुर में हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर के आखिरी दिन राहुल गांधी ने कहा था कि क्षेत्रीय पार्टियां बीजेपी-आरएसएस का सामना नहीं कर सकती हैं क्योंकि उनकी कोई भी वैचारिक प्रतिबद्धता नहीं होती है. राहुल गांधी के इस बयान पर टीएमसी और जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने भी पलटवार किया था. 

सोनिया गांधी का लालू यादव ने किया था समर्थन- शिवानंद तिवारी 

आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने कहा, मुझे समझ में नहीं आ रहा है देश की राजनीति के बारे में उनका ज्ञान कितना है. मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास वह अच्छी तरह से जानते हैं. लंबे समय तक कांग्रेस की अल्पमत सरकार क्षेत्रीय पार्टियों के सहयोग से ही चली. उन्होंने यह भी याद दिलाया सोनिया गांधी पर जब विदेशी मूल के होने का हमला बीजेपी कर रही थी तब लालू प्रसाद यादव ने ही उनका समर्थन किया था और कहा था सोनिया गांधी देश की बहू हैं. 

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शिवानंद तिवारी ने कहा, देश के लोकतंत्र को सबसे ज्यादा जिसने नुकसान पहुंचाया, वह इंदिरा गांधी थीं. महात्मा गांधी के मूल्यों को जवाहरलाल नेहरू ने थोड़ा बहुत बनाकर रखा तो इंदिरा गांधी ने उन मूल्यों पर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा, मुझे याद है इंदिरा गांधी ने संजीवा रेड्डी को राष्ट्रपति के उम्मीदवार का प्रस्ताव किया था, लेकिन बाद में उन्होंने समर्थन बी वी गिरी को दे दिया. उस वक्त कांग्रेस के जितने भी क्षेत्रीय नेता थे अपने अपने इलाके के, उनके नेतृत्व को इंदिरा गांधी ने खत्म कर दिया. 

इंदिरा गांधी की वजह से लोकतंत्र में गिरावट आई- तिवारी

उन्होंने कहा, बांग्लादेश युद्ध के बाद कांग्रेस पार्टी का सिद्धांत खत्म, संगठन खत्म और सिर्फ नेता के नाम पर वोट लेना रह गया. कांग्रेस के अंदर लोकतंत्र खत्म हो गया. आज सारी पार्टियां व्यक्ति के नाम पर चुनाव लड़ रही हैं. बीजेपी का एक संगठन का ढांचा है लेकिन फिर भी वोट नरेंद्र मोदी के नाम पर मिल रहा है. इसी तरह से लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार के नाम पर ममता बनर्जी के नाम पर अखिलेश यादव के नाम पर पार्टियों को वोट मिल रहे हैं. 

शिवानंद तिवारी ने साफ कहा लोकतंत्र में आज जो गिरावट आई है उसकी बड़ी वजह इंदिरा गांधी को कहा जाता है. यह कहा जाता था कि उनके कार्यकाल में कोई भी मुख्यमंत्री 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाता था. राहुल गांधी को इन सब चीजों का ज्ञान नहीं है.

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शिवानंद तिवारी ने पिछले विधानसभा चुनाव की याद दिलाते हुए यह भी कहा कि कांग्रेस ने गठबंधन में 70 सीटें ले ली लेकिन राहुल गांधी 10 से 15 सीटों से ज्यादा पर प्रचार करने नहीं आए क्योंकि वह शिमला में अपने बहन के यहां छुट्टी मना रहे थे. कांग्रेस की कम सीटें आईं, जिसकी वजह से तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनते बनते रह गए. 

टीएमसी और जेडीएस ने भी साधा निशाना

इससे पहले टीएमसी और जेडीएस ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा था. जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि राहुल गांधी को यह नहीं भूलना चाहिए कि कांग्रेस ने 10 साल सत्ता का मजा सिर्फ क्षेत्रीय दलों के भरोसे ही लिया है. कुमारस्वामी ने आरोप लगाते हुए पूछा, 'पर्दे के पीछे बीजेपी के 'ऑपरेशन लोटस' में हिस्सा लिया फिर हमारे साथ गठबंधन किया, क्या ये वैचारिक प्रतिबद्धता थी? उसके बाद गठबंधन को तोड़ना क्या विचारधारा के आधार वाली राजनीति थी?' उन्होंने कहा, कांग्रेस का कई राज्यों जैसे आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा में अस्तित्व ही नहीं बचा है. कर्नाटक में भी कांग्रेस के आखिरी दिन चल रहे हैं. अच्छा होगा कि राहुल गांधी इसे समझ जाएं.

इससे पहले टीएमसी ने भी राहुल गांधी पर पलटवार किया. टीएमसी ने अपने मुखपत्र 'जागो बांग्ला' में कहा, कांग्रेस भाजपा की असली विरोधी, इस बात पर अब लोगों को यकीन नहीं है. लोगों ने अपने अनुभवों से जाना है कि ममता बनर्जी अब विरोधी चेहरा हैं. बीजेपी भी इस बात को समझती है, तभी उनके निशाने पर टीएमसी रहती है. 

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