बिहार में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच बीजेपी ने मंगलवार शाम कोर ग्रुप की एक अहम बैठक बुलाई. जिसमें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल, रविशंकर प्रसाद, नित्यानंद राय, अश्विनी चौबे समेत अन्य सदस्य मौजूद रहे. बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने आगे की रणनीति पर चर्चा की. बैठक खत्म होने के बाद बीजेपी कार्यालय से बाहर निकले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जमकर नीतीश कुमार पर भड़के.
इस दौरान गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार की महत्वकांशा जागी है. वह अपनी नाकामी दूसरे पर थोप रहे हैं. बिहार की और देश की जनता उनको सबक सिखाएगी. वे बिहार की राजनीति को तोड़ने वालों में शामिल हो गए हैं. नीतीश के प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर उन्होंने दो टूक कहा, "वो जीवन में कभी भी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे".
बीजेपी ने जनता के साथ धोखा बताया
बता दें कि इससे पहले प्रेस कांफ्रेस कर बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जयसवाल ने कहा कि 2020 के चुनाव में एनडीए गठबंधन के तहत हम सभी ने चुनाव लड़ा. जनता ने भाजपा और जनता जल को जनादेश दिया. हम 74 सीट जीतने में कामयाब रहे थे. फिर भी प्रधानमंत्री और गृहमंत्री जी ने जो वादा किया था, उस वादे का पालन किया और नीतीश कुमार इस गठबंधन के मुख्यमंत्री बने थे. आज जो कुछ भी हुआ है, वह बिहार की जनता और भाजपा के साथ धोखा है. यह उस जनादेश का उल्लंघन है जो बिहार की जनता ने दिया था. बिहार की जनता इसके कतई भी बर्दाश्त नहीं करेगी.
फिर आरजेडी के साथ सरकार बनाएंगे नीतीश
गौरतलब है कि नीतीश कुमार करीब पांच साल बाद फिर से आरजेडी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने जा रहे हैं. नीतीश कुमार और लालू यादव, कभी बिहार की सियासत के दो ध्रुव माने जाने वाले इन दोनों नेताओं की पार्टियों का 2015 में भी गठबंधन हुआ था. बिहार विधानसभा चुनाव में इस गठबंधन ने भारी जीत भी हासिल की. तब लालू यादव की पार्टी आरजेडी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी लेकिन वादे के मुताबिक नीतीश कुमार को ही मुख्यमंत्री बनाया गया.
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