बिहार के भागलपुर में पिछले शनिवार को 45 वर्षीय नीलम देवी की निर्मम हत्या कर दी गई थी, लेकिन मृतका के परिवार ने पुलिस की उस थ्योरी को सिरे से खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि मृतका ने अपनी बेटी की शादी के लिए आरोपी शकील मियां से कर्ज लिया था.
आजतक भागलपुर से करीब 60 किलोमीटर दूर पीरपैंती थाना क्षेत्र के छोटी दिलौरी गांव पहुंचा और नीलम देवी के परिवार से बात की. 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली मृतका की बेटी ने पुलिस की इस थ्योरी का खंडन किया कि वह शादीशुदा थी और उसकी मां ने शादी के लिए शकील मियां से कर्ज लिया था.
नीतू ने कहा कि मैं शादीशुदा नहीं हूं और न ही मेरी शादी को लेकर कोई बातचीत चल रही है. पुलिस इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है. अगर मेरी मां ने कर्ज लिया है तो उसके लिए समझौते के कागजात कहां हैं? मैं चाहती हूं कि पूरे मामले का स्पीड ट्रायल हो. साथ ही मांग की कि इस मामले में आरोपियों को एक महीने के भीतर फांसी दी जानी चाहिए.
वहीं, मृतका के छोटे बेटे चंदन कुमार ने दावा किया कि परिवार शकील मियां को जानता था, क्योंकि वह अक्सर गांव के बाहर उसकी मां की दुकान पर आता था. उन्होंने कहा कि उनके पिता अशोक यादव ने आरोपियों के दुकान पर आने पर आपत्ति जताई थी. इसके बाद शकील मियां ने पिछले एक साल से दुकान पर जाना बंद कर दिया था.
चंदन कुमार ने कहा कि वह मेरी मां की दुकान पर आता था और घंटों बैठता था. लेकिन मेरे पिता इसका विरोध करते थे. पिछले एक साल में वह दुकान पर नहीं आया. लेकिन उस दिन ऐसा क्या हुआ, जो इस वारदात की वजह बना. ये स्पष्ट नहीं है.
नीलम देवी के परिवार का आरोप है कि शकील मियां की आपराधिक पृष्ठभूमि थी और वह गांव की महिलाओं से छेड़खानी करता था. नीलम देवी के भाई कैलाश यादव ने परिवार के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग की है, उनका दावा है कि परिवार लगातार डर और धमकी के बीच जी रहा है.
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रोहित कुमार सिंह