भारतीय खाना मसालों के बिना अधूरा है. मसाले सिर्फ खाने का स्वाद और सुगंध नहीं बढ़ाते, बल्कि ये सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं. इनमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं. कुछ मसाले ऐसे भी हैं जो वजन घटाने में मदद कर सकते हैं. आज हम जानेंगे कि वे कौन से मसाले हैं जो वजन कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं. लेकिन यह ध्यान रहें, ये मसाले वजन घटाने में आपकी मदद तभी कर सकते हैं जब आप इन्हें हेल्दी लाइफस्टाइल और बैलेंस्ड डाइट के साथ लेंगे.
सौंफ: सौंफ सिर्फ खाने के बाद चबाने के लिए नहीं होती, बल्कि यह पेट की गैस, सूजन और भूख को कम करने करने में भी मदद करती है. इसमें मौजूद एनेथोल जैसे तेल डाइजेशन को बेहतर बनाते हैं और शरीर की सूजन कम करते हैं. 2015 में क्लीनिकल न्यूट्रिशन रिसर्च में छपी एक स्टडी के मुताबिक, सौंफ की चाय पीने से लंबे समय तक पेट भरा रहता है जिससे वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है.
दालचीनी: दालचीनी सीधे वजन कम नहीं करती लेकिन यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करती है. यह शरीर में इंसुलिन की तरह काम करती है जिससे शुगर लेवल स्टेबल रहता है और बार-बार भूख नहीं लगती. एक रिसर्च के मुताबिक, दालचीनी ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल दोनों को कम करती है जिससे वजन कम करने में भी मदद मिलती है.
जीरा: जीरा सिर्फ स्वाद के लिए नहीं, बल्कि डाइजेशन सिस्टम को बेहतर करने और ब्लड शुगर कंट्रोल करने में भी मदद करता है. एक रिसर्च के अनुसार, जो महिलाएं रोज दही में 3 ग्राम जीरा मिलाकर खाती थीं, उनका वजन और बॉडी फैट दोनों तेजी से कम हुआ.
काली मिर्च: काली मिर्च हर घर में इस्तेमाल होती है. इसमें मौजूद पिपेरिन नामक कंपाउंड न सिर्फ स्वाद बढ़ाता है बल्कि नई फैट सेल्स बनने से रोकता है जिससे वजन बढ़ने की संभावना कम होती है. साथ ही, यह हल्दी के करक्यूमिन जैसे कंपाउंड को शरीर में बेहतर तरीके से अब्जॉर्ब करने में मदद करता है. इसलिए हल्दी को काली मिर्च के साथ लेने से दोनों का बेहतर फायदा मिलता है.
हल्दी: हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन सीधे तो फैट नहीं घटाता लेकिन यह सूजन कम करके शरीर के मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है. चूंकि ज्यादा सूजन मोटापे से जुड़ी होती है और हल्दी इसे कम करने में मदद करता है जिससे वजन कंट्रोल रहता है. रिसर्च के अनुसार, कर्क्यूमिन सप्लीमेंट लेने से बॉडी वेट और BMI में थोड़ी कमी देखी गई है, खासकर उन लोगों में जिन्हें मेटाबॉलिक प्रॉब्लम है.
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