हड्डियों को मजबूत और हेल्दी रखने के लिए कैल्शियम के साथ-साथ विटामिन D भी जरूरी है. अगर इसकी कमी हो जाए तो हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी हो सकती है और हड्डियां आसानी से टूटने का खतरा बढ़ जाता है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, भारत में 70 से 100% लोग विटामिन D की कमी से जूझ रहे हैं. यानी यह कमी यहां बहुत आम है. इसलिए विटामिन D से भरपूर डाइट लेने के साथ-साथ धूप में समय बिताना और जरूरत पड़ने पर सप्लीमेंट्स लेना भी जरूरी है.
कई बार लोग विटामिन D सप्लीमेंट्स तो लेते हैं लेकिन उन्हें इसे लेने का सही तरीका नहीं पता होता. हाल ही में, ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. शगुन अग्रवाल ने बताया कि लोग अक्सर विटामिन D सप्लीमेंट्स गलत तरीके से लेते हैं, जिसके कारण यह फायदा कम और नुकसान ज्यादा करता है. ऐसे में उन्होंने इससे बचने के लिए 5 तरीके बताए हैं, जिन्हें जानना बहुत जरूरी है.
कब लेना चाहिए?
सुबह के समय, खाने के साथ लें और खासकर ऐसा खाना जिसमें हेल्दी फैट्स हो. खाली पेट विटामिन D सप्लीमेंट्स लेने से असर कम होता है.
सिर्फ धूप काफी नहीं है
धूप वाले देशों में भी 80% लोगों में विटामिन D की कमी रहती है. इसका कारण है प्रदूषण, सनस्क्रीन और धूप में कम समय बिताना है.
कैल्शियम के साथ लेना जरूरी
विटामिन D के बिना कैल्शियम शरीर में ठीक से अब्जॉर्ब नहीं होता. अगर सिर्फ कैल्शियम लिया जाए तो आर्टरी ब्लॉकेज और किडनी स्टोन का खतरा बढ़ सकता है. ऐसे में दोनों को साथ लेना बेहतर है.
डॉक्टर से कंसल्ट के बाद लें
बिना डॉक्टर के कंसल्ट के ज्यादा मात्रा में विटामिन D सप्लीमेंट्स नुकसान भी कर सकता है.
ज्यादा लेना खतरनाक है
विटामिन D का ओवरडोज शरीर के लिए टॉक्सिक हो सकता है. इससे ब्लड कैल्शियम लेवल बढ़ जाता है, किडनी को नुकसान होता है और दिल से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं.
डॉ. अग्रवाल का कहना है कि उनके पास आने वाले मरीजों में ज्यादातर लोग सप्लीमेंट्स को सही तरह से नहीं ले रहे थे, कोई सोचता था धूप ही काफी है, कोई सिर्फ कैल्शियम ले रहा था और फायदा नहीं हो रहा था, कुछ लोग इतने ज्यादा डोज ले रहे थे कि वह शरीर के लिए जहरीला साबित हुआ. इसलिए जरूरी है कि सप्लीमेंट स्मार्ट तरीके से लें और डॉक्टर की सलाह के बिना ज्यादा डोज न लें. सही तरीका अपनाने से हड्डियां मजबूत होंगी और सेहत बनी रहेगी.
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