KFT रिपोर्ट 'नॉर्मल' तो किडनी 50% कैसे डैमेज? 24 साल के अनुभव वाले डॉक्टर ने बताई शॉकिंग बात

डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. बृजमोहन अरोड़ा ने किडनी स्वास्थ्य को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि क्रिएटिनिन टेस्ट नॉर्मल होने के बावजूद किडनी में 4-5 साल तक नुकसान हो सकता है. किडनी डैमेज से बचने के लिए डायबिटीज और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना आवश्यक है.

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ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना चाहिए. (Photo:ITG) ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना चाहिए. (Photo:ITG)

आजतक हेल्थ डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 11 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 1:24 PM IST

Kidneys Health Tips: आज के दौर में कैंसर के अलावा हार्ट, लिवर और किडनी की समस्या लोगों में ज्यादा देखने को मिल रही है. किडनी की समस्या से अधिकतर लोग जूझ रहे हैं और जल्दी इसके बारे में पता नहीं चलने की वजह से ज्यादा मुश्किल हो जाती है. नई दिल्ली में द्वारका के 24 साल के अनुभव वाले डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. बृजमोहन अरोड़ा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट (

" >Instagram@drbrijmohanarora) पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने किडनी हेल्थ को लेकर एक बेहद जरूरी जानकारी दी है, जिसे ज्यादातर लोग नजरअंदाज कर देते हैं. 

उन्होंने उन 3 चीजों के बारे में भी बताया जो 4 से 5 साल तक चुपचाप किडनी को डैमेज करती हैं. मगर आप इनकी समय रहते पहचान करके अपनी किडनी को खराब होने से बचा सकते हैं. 

कब बढता है क्रिएटिनिन ?

किडनी हेल्थ के बारे में जानने के लिए केएफटी (किडनी फंक्शन टेस्ट) यानी क्रिएटिनिन टेस्ट कराते हैं, तो वो नॉर्मल होता है. ऐसे में लोग मान लेते हैं कि उनकी किडनी एकदम सही है. लेकिन डॉक्टर अरोड़ा के अनुसार, 'क्रिएटिनिन तभी बढ़ता है जब किडनी का 50% हिस्सा पहले ही खराब हो चुका होता है. यानी रिपोर्ट नॉर्मल दिखती है, लेकिन किडनी अंदर ही अंदर धीरे-धीरे खत्म होती रहती है.' 

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क्रिएटिनिन क्यों है 'लेट मार्कर'?

किडनी में लाखों नेफ्रॉन होते हैं. जब ये लगातार नुकसान झेलते हैं, तब शरीर बाकी बचे नेफ्रॉन्स पर लोड डालकर क्रिएटिनिन लेवल को नॉर्मल बनाए रखने की कोशिश करता है. इसलिए क्रिएटिनिन तभी बढ़ता है जब किडनी की लगभग आधी क्षमता खत्म हो चुकी होती है. यही वजह है कि रिपोर्ट में क्रिएटिनिन नॉर्मल होती है फिर भी किडनी में 4 से 5 साल से लगातार नुकसान चल रहा होता है. 

3 चीजें चुपचाप खराब कर रहीं किडनी

डॉ. अरोड़ा बताते हैं कि किडनी को कई साल तक धीरे-धीरे खराब करने के पीछे 3 खतरनाक चीजें हैं, जिन्हें अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है.

 लंबे समय तक HbA1c 7% से ऊपर रहें

 हाई शुगर लेवल महीनों तक रहने से नेफ्रॉन के अंदर की नाजुक ब्लड वेसल्स पर लगातार हमला होता है.  इससे फाइब्रोसिस, स्कारिंग और स्थायी डैमेज शुरू हो जाता है. कोई दर्द नहीं, कोई लक्षण नहीं. लेकिन नुकसान चालू रहता है.

फास्टिंग ब्लड शुगर 140 mg/dL से ऊपर 

लंबे समय तक फास्टिंग शुगर हाई रहने से तीन बड़े नुकसान होते हैं और डॉ. अरोड़ा बताते हैं कि ये स्थिति किडनी के लिए सबसे खतरनाक है. 

  • ग्लाइकेशन बढ़ता है
  • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस जमा होता है
  • माइक्रोवेसल्स को सीधा नुकसान पहुंचता है

ब्लड प्रेशर 140/90 से ऊपर (या 135/80 लगातार)

  • हाइपरटेंशन दुनिया में CKD का दूसरा सबसे बड़ा कारण है.

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  • BP जितना ऊपर जाएगा, उतनी तेजी से नेफ्रॉन डैमेज होंगे.

  • कई मरीजों को सालों तक अपने BP के सही आंकड़े ही नहीं पता होते.

केएफटी यानी क्रिएटिनिन 1.3 बहुत हाई होता है, लेकिन कई बार नॉर्मल होता है. यह 1.3 से ऊपर तभी जाएगा, जब किडनी ज्यादा डैमेज हो गई हो.

किडनी को कैसे डैमेज होने से बचाएं? 

डॉ. बृजमोहन अरोड़ा के अनुसार, किडनी को अगर आप डैमेज होने से बचाना चाहते हैं तो अपनी डायबिटीज और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर लें. अगर आप इन छोटी-सी चीजों से अपनी किडनी बचा सकते हैं, जिससे आप एक अच्छी जिंदगी जिएंगे, बिना परेशानी की जिएंगे, हेल्दी रहेंगे.

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