अरे थोड़ा सा ही तो बढ़ा है कोलेस्ट्रॉल! ये सोचकर लड़की ने किया इग्नोर, आ गया हार्ट अटैक

शरीर में कोलेस्ट्रॉल को खतरनाक स्तर तक पहुंचने में काफी समय लगता है. अगर आप समय पर टेस्ट करवा लें, तो लाइफस्टाइल में सुधार करके इसे कंट्रोल किया जा सकता है. वरना एक साल के बाद ही यह आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है, इसलिए हल्के बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम उम्र में भी नजरअंदाज न करें.

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कम उम्र में ही कोलेस्ट्रॉल का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.(Photo: AI-generated) कम उम्र में ही कोलेस्ट्रॉल का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.(Photo: AI-generated)

आजतक हेल्थ डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 12 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 10:30 PM IST

Cholesterol Management At Young Age: हाई कोलेस्ट्रॉल को दिल से जुड़ीं बीमारियों के लिए खतरनाक माना जाता है, लेकिन आप इस बात से अनजान हैं कि कम उम्र में हल्का बढ़ा कोलेस्ट्रॉल आने वाले वक्त में आपके लिए बड़ी मुश्किल खड़ा कर सकता है. दिल की बीमारियों से दूर रहने के लिए हमें कोलेस्ट्रॉल का खास ध्यान रखना चाहिए और हार्ट डॉक्टर्स भी कहते हैं कि सही मात्रा में कोलेस्ट्रॉल हमें कई बीमारियों से दूर रखता है और थोड़े बढ़े कोलेस्ट्रॉल को भी हल्के में लेने की गलती नहीं करनी चाहिए.

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25 की उम्र में हल्का बढ़ा कोलेस्ट्रॉल...35 में हार्ट अटैक!

एक लड़की ने आईटी कंपनी में नौकरी के लिए मेडिकल टेस्ट कराए थे, उसका टोटल कोलेस्ट्रॉल 220 mg/dL आया जबकि नॉर्मल  कोलेस्ट्रॉल 200 mg/dL से कम होता है. ऐसे में उसका कोलेस्ट्रॉल नॉर्मल से थोड़ा ही ज्यादा था, उसने सोचा कि ये थोड़ी बहुत भागदौड़ से नॉर्मल हो जाएगा और इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचा. लेकिन ठीक 10 साल बाद 35 साल की उम्र में लड़की को अचानक हार्ट अटैक आया.  

कब नुकसान पहुंचाता है हाई कोलेस्ट्रॉल?

बेंगलुरु के स्पर्श हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. रंजन शेट्टी के मुताबिक, लंबे समय तक लोगों में हाई कोलेस्ट्रॉल बना रहता है और उनको तब तक कोई दिक्कत नहीं होती है, जबतक कोलेस्ट्रॉल धीरे-धीरे धमनियों में जमा होकर प्लाक नहीं बना लेता है.  जब ये ब्लॉकेज बढ़ जाता है तो अचानक हार्ट अटैक पड़ता है. कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर में धीरे-धीरे सालों तक नुकसान पहुंचाता रहता है और लंबे समय बाद हार्ट स्ट्रोक जैसी दिक्कत हो जाती है.

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डॉक्टर के अनुसार, वो लड़की एकदम फिट थी और उसमें कोई दूसरा रिस्क फैक्टर भी नहीं मिला था, मगर बाद में उसने बताया कि उसके पिता को भी 50 साल की उम्र में हार्ट अटैक आया था. इसका मतलब था कि यह जेनेटिक था. 

फैमिली हिस्ट्री का क्या मतलब होता है?

डॉ. शेट्टी बताते हैं कि अगर फैमिली में किसी को कम उम्र में दिल का दौरा आया हो. तो आपके जीन को भी हाई कोलेस्ट्रॉल या हाई BP जैसे दिल से जुड़ी बीमारियों के फैक्टर जन्म के साथ मिलते हैं. कुछ लोगों को फैमिलियल हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया नाम की बीमारी होती है. इसमें शरीर LDL खराब कोलेस्ट्रॉल को बाहर नहीं निकाल पाता, और ये खून में जमा होता रहता है. 

हाई कोलेस्ट्रॉल को लेकर युवाओं को खास चेतावनी

अगर आपकी उम्र 20 साल है और टोटल कोलेस्ट्रॉल 180 mg/dL से ऊपर है, तो इसे नजरअंदाज न करें. यह इस बात का संकेत है कि आपको नियमित टेस्ट और फॉलो-अप की जरूरत है.

कब करवाना चाहिए कोलेस्ट्रॉल टेस्ट?

डॉ. शेट्टी ने बताया है कि कोलेस्ट्रॉल टेस्ट कब करवाना सही होता है और किस उम्र में आकर लोगों को यह टेस्ट करवा लेने चाहिए.

  • 18 से 21 साल की उम्र में एक बार टेस्ट जरूर करवाएं
  • अगर मोटापा या डायबिटीज है तो और जल्दी करवाएं
  • फैमिली हिस्ट्री है तो हर साल टेस्ट कराना चाहिए
  • अगर सब ठीक है तो हर 4-6 साल में एक बार टेस्ट करें

इन आदतों में करें सुधार

  • लो-फैट और लो-कैलोरी फूड खाएं.
  • रोजाना फल और सब्जियों का सलाद खाना चाहिए, क्योंकि इनमें मौजूद फाइबर कोलेस्ट्रॉल को बांधकर बाहर निकालता है.
  • बादाम, अखरोट और अलसी के बीज से ओमेगा-3 फैटी एसिड लें.
  • वर्कआउट और स्ट्रेस कंट्रोल को रूटीन का हिस्सा बनाएं.
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