बीते दिनों अफ्रीकी देश इथियोपिया के अफार क्षेत्र में स्थित हायली गुब्बी ज्वालामुखी का फटना चर्चा में रहा. ऐसा बताया गया कि यह ज्वालामुखी लगभग 12 हजार सालों में पहली बार फटा है. बीबीसी के मुताबिक, इसका धुआं चार किलोमीटर ऊंचाई तक आकाश में उठता दिखाई दिया. 23 नवंबर को फटे इस ज्वालामुखी की राख लाल सागर पार करके यमन, ओमान और पाकिस्तान होते हुए भारत तक पहुंच गई.
अब सोशल मीडिया पर इसी घटना से जोड़कर एक वीडियो काफी वायरल है. देखने में ऐसा लगता है कि कहीं पर ज्वालामुखी फट गया है और इसमें से निकला लावा सड़क पर फैल रहा है.
सड़क पर कई लोग भी दिख रहे हैं. वीडियो में पीछे से किसी आदमी की आवाज भी आ रही है जो चिल्लाते हुए लोगों से पीछे हटने को बोल रहा है.
बताया जा रहा है कि ये लावा इथियोपिया के हायली गुब्बी ज्वालामुखी के फटने के बाद निकला है. इस दावे के साथ वीडियो इंस्टाग्राम पर कई लोग शेयर कर चुके हैं.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो असली नहीं बल्कि AI से बना है.
कैसै पता की सच्चाई?
वीडियो में सबसे बड़ा क्लू तो ये है कि लावा सड़क पर फैल रहा है लेकिन वहां खड़े लोग उस जगह से भाग नहीं रहे. वे आराम से चल रहे हैं जैसे कुछ हुआ ही न हो. इससे हमें वीडियो पर शक हुआ.
इसके बाद वीडियो को गूगल लेंस से सर्च करने पर हमें ये ‘the.worldai’ नाम के एक इंस्टाग्राम पेज पर मिला. यहां इसे 23 नवंबर, 2023 को शेयर किया गया था. इस पेज के बायो में इस बात का जिक्र किया गया है कि ये एक AI वीडियो बनाने वाले क्रिएटर का पेज है. ये पेज AI वीडियोज से भरा पड़ा है.
इसके अलावा हमने वीडियो के अलग-अलग कीफ्रेम्स को AI डिटेक्शन टूल ‘Hive Moderation’ की मदद से टेस्ट किया. इस टूल ने भी वीडियो के 99 फीसदी AI से बने होने की संभावना बताई.
यहां ये साबित हो जाता है कि वीडियो AI का कमाल है. इसी तरह इथियोपिया में फटे ज्वालामुखी की घटना से जोड़कर एक और AI वीडियो काफी वायरल है. इसका खंडन करते हुए भी आजतक ने खबर छापी है.
फैक्ट चेक ब्यूरो