कॉमेडियन और एक्टर राजीव ठाकुर को अक्सर अपने दोस्त कपिल शर्मा से कम सफल होने के ताने सुनने पड़ते हैं. दोनों ने अमृतसर के कॉमेडी सीन से शुरुआत की थी, फिर वह मुंबई चले गए. दोनों का मकसद बड़ा नाम कमाना था. लेकिन जहां कपिल शर्मा देश के सबसे बड़े कॉमेडियन और टेलीविजन स्टार्स में से एक बने, वहीं राजीव ठाकुर को उनके बराबर सफलता नहीं मिल सकी. कपिल के शो में राजीव भी काम करते हैं, लेकिन उन्हें कभी दूसरे तो कभी तीसरे नंबर के किरदार निभाते देखा जाता है.
राजीव ठाकुर ने कपिल के बारे में क्या कहा?
एक नए इंटरव्यू में राजीव ठाकुर ने कहा कि केवल टैलेंट ही किसी कलाकार को आगे ले जा सकता है. अगर उनके पास टैलेंट न होता तो वे कपिल शर्मा के सहारे आगे नहीं बढ़ सकते थे. उन्होंने अपनी बात साफ करने के लिए यश चोपड़ा के बेटे उदय चोपड़ा का उदाहरण दिया. हिंदी रश से बातचीत में राजीव ने कहा, 'मैंने हमेशा जीवन में अपना अलग रास्ता अपनाया है, अमृतसर में भी. मैं खुद के नाटक लिखता और परफॉर्म करता था. जब लाफ्टर चैलेंज के ऑडिशन खुले, तो मैंने ही चंदन (प्रभाकर) का फॉर्म भरा था. वह नहीं करना चाहता था, लेकिन मैंने जोर दिया कि हम सारे दोस्त साथ करेंगे. आज भी, अगर मुझे किसी दोस्त को स्पॉटलाइट में लाने का मौका मिले, तो मैं करता हूं. लेकिन केवल वही जिनके टैलेंट पर मेरा भरोसा हो.'
उदय चोपड़ा का दिया उदाहरण
उन्होंने कहा कि स्टैंड-अप सेट में भी वे ओपनिंग स्लॉट किसी काबिल इंसान को देंगे, न कि किसी नाकाबिल दोस्त को. उन्होंने समझाया कि क्यों वे कपिल के हर शो में नहीं दिखे. राजीव ने कहा, 'कपिल मुझे एक-दो बार तो ले जा सकते हैं. लेकिन अगर चैनल मुझे न चाहे, तो फिर वही हाल. मुझे उनकी कास्ट का स्थायी सदस्य बनने में ही आठ साल लग गए. इस दुनिया में कोई भी किसी बिना टैलेंट वाले शख्स के लिए कुछ नहीं कर सकता. उदाहरण के तौर पर उदय चोपड़ा को देखिए. यश चोपड़ा के पास क्या-क्या नहीं था? पैसा, संसाधन, स्टूडियो, निर्देशक... लेकिन उदय भाई का एक्टर के रूप में करियर बनना ही तय नहीं था. बात यह नहीं कि उनके पास टैलेंट नहीं था, बल्कि उनका टैलेंट किसी और चीज के लिए था.'
राजीव ठाकुर ने कहा कि अगर कोई शख्स उस फील्ड में जिद पकड़ ले जहां वह फिट नहीं बैठता, तो नहीं चलना चाहिए. उन्होंने कहा, 'अगर आदित्य चोपड़ा एक्टर बनने पर अड़े होते, तो वे भी फ्लॉप हो जाते. वे प्रोड्यूसर और निर्देशक बनने के लिए ही बने थे... दुनिया में तो सिर्फ एक कपिल शर्मा का शो नहीं है. मैं भी अपनी अलग राह चल रहा हूं. मेरा करियर बिजी है. अगर मैं सारी एनर्जी कपिल की टोकरी में डालता रहूं, तो इससे बड़ा बेवकूफ कोई नहीं होगा. मेरे टैलेंट के इतने सारे अन्य तरीके हैं.'
कॉमेडियन ने यह भी बताया कि भले ही वे और कपिल अब साथ न काम करें, लेकिन वे हफ्ते में कई बार मिलते हैं. कपिल का सबसे बड़े चीयरलीडर राजीव ही हैं. उन्होंने कहा, 'जब आईसी 814 रिलीज हुई, तो मुझे पहला कॉल कपिल का ही आया था.' राजीव ने बताया कि कपिल ने उनकी नेटफ्लिक्स सीरीज में काम करने के मौके के लिए अपने यूएस लाइव टूर की तारीखें टाल दी थीं.
aajtak.in