रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार यानी आज 4 दिसंबर को दो दिवसीय दौरे पर भारत आ रहे हैं. व्लादिमीर पुतिन को लेकर बहुत सारी बातें कही जाती हैं, जिनमें से एक ये भी है कि उन्हें फिल्मों का भी काफी शौक है. इसी कड़ी में फ्रांसीसी फिल्म मेकर ओलिवियर असायास ने हॉलीवुड स्टार जूड लॉ के साथ गिउलिआनो दा एम्पोली की लिखी नॉवेल 'विजार्ड ऑफ द क्रेमलिन' (Wizard of the Kremlin) पर फिल्म बनाई है. जो अगले साल जनवरी 2026 में रिलीज होने वाली है.
एक्टर जूड लॉ ने अपने फेमस और सफल करियर में स्क्रीन पर कई तरह के किरदार निभाए हैं, लेकिन उनका कहना है कि जब वह अपनी नई फिल्म में रूसी लीडर के रोल की तैयारी कर रहे थे, तो उन्होंने खुद को व्लादिमीर पुतिन का 'ऑब्सेसिव' ऑडियंस बनते देखा.
फिल्म में क्या दिखाया जाएगा?
'द विजार्ड ऑफ द क्रेमलिन' नॉवेल को गिउलिआनो दा एम्पोली ने लिखा है. 2022 में पब्लिश हुई इस नॉवेल पर ही फिल्म का नाम रखा गया है. राजनीतिक ड्रामा पर बनी इस फिल्म में 1990 के दशक और व्लादिमीर पुतिन के उदय को दिखाया जाएगा. यह फिल्म करीब ढाई घंटे की है, जो पुतिन के करियर पर एक पूरी नजर डालती है. सितंबर में वेनिस फिल्म फेस्टिवल में इसका प्रीमियर हुआ. जहां करीब 10 मिनट तक खड़े होकर इसे तालियां मिली.
हालांकि 52 साल के एक्टर जूड लॉ पहले से ही पुतिन से काफी मिलते-जुलते हैं, लेकिन उन्होंने फ्रेंच डायरेक्टर ओलिवियर असायास की फिल्म में उनके गुस्से वाले चेहरे और खास चलने के स्टाइल की नकल करके उसे पूरी तरह पुतिन की तरह ही बना दिया.
पुतिन का रोल करने पर जूड लॉ क्या बोले?
HT में छपी रिपोर्ट के मुताबिक जूड लॉ ने कहा, 'बहुत सारी फुटेज है जिसे कोई भी देख सकता है और पर्सनली जब मैं उस खरगोश के बिल में उतरना शुरू करता हूं, तो यह एक तरह से ऑब्सेसिव हो जाता है. आप और भी ज्यादा नए मटीरियल की तलाश में रहते हैं.'
उन्होंने कहा कि पुतिन का रोल करना उनके एक्सप्रेशन की वजह से एक चुनौती थी. लॉ ने आगे कहा, 'मेरे लिए मुश्किल बात यह थी कि हम (पुतिन का) जो पब्लिक चेहरा देखते हैं, वह बहुत, बहुत कम देखते हैं.' लॉ ने खुद को पुतिन जैसे दिखने के पीछे अपनी मेकअप और हेयर टीम की मेहनत बताई.
फिल्म के डायरेक्टर ने क्या कहा?
फिल्म के डायरेक्टर असायास ने कहा,'यह सबसे पहले और सबसे जरूरी तौर पर तानाशाही के बारे में एक कहानी है. जिसमें 1990 के दशक के आखिर में रूस का एक अस्त-व्यस्त लोकतंत्र से पुतिन की आधुनिक तानाशाही में बदलाव पश्चिम के लिए एक चेतावनी है. हमने एक ऐसी फिल्म बनाई है जो पॉलिटिक्स के बारे में है और उस बहुत डरावनी और खतरनाक सिचुएशन के बारे में है जिसमें हम सभी को लगता है कि हम हैं.'
बता दें कि 'द विजार्ड ऑफ द क्रेमलिन' उन 21 फिल्मों में से एक है जो वेनिस फिल्म फेस्टिवल में टॉप प्राइज़ के लिए कॉम्पिटिशन कर रही हैं. जो इंटरनेशनल लॉन्च के लिए एक अहम प्लेटफॉर्म है. वहीं इसकी सिनेमाघरों में रिलीज की बात की जाए तो 21 जनवरी 2026 को ये रिलीज होगी.
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