असरानी गोवर्धन के निधन के साथ हिंदी सिनेमा के एक यादगार युग का अंत हो गया है. असरानी ने कई फिल्मों में ऐसे यादगार रोल किए कि वो हिंदी सिनेमा का अहम हिस्सा बन गए थे. वो कई स्टार्स के साथ गहरा रिश्ता शेयर करते थे. इनमें से एक अमिताभ बच्चन और जया बच्चन भी हैं. बहुत कम लोग जानते हैं कि असरानी, जया बच्चन के लिए भाई सामान थे.
असरानी की स्टूडेंट थीं जया बच्चन
फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) से अभिनय की डिग्री लेने वाले असरानी ने संघर्ष के शुरुआती दिनों में काम की तलाश में कई परेशानियां झेलीं. उन्होंने कुछ समय के लिए FTII में ही प्रोफेसर के रूप में पढ़ाना शुरू किया, जहां उनकी स्टूडेंट जया बच्चन थीं. इसी दौरान हृषिकेश मुखर्जी की फिल्म 'गुड्डी' की कास्टिंग चल रही थी.
गुलजार के सुझाव पर हृषिकेश ने असरानी से जया के बारे में पूछा. तब असरानी ने बताया कि जया कैंटीन में चाय पी रही हैं. हृषिकेश उनसे मिलने कैंटीन पहुंचे. इस तरह से असरानी और जया को 'शोले' फिल्म में यादगार रोल मिले.
जया बच्चन की शादी में निभाया अहम रोल
शोले के बाद असरानी और जया बच्चन का रिश्ता सालों तक बना रहा. एक्टर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जया बच्चन उन्हें सर कहकर बुलाती हैं. जब अमिताभ और जया की शादी हुई, तो असरानी, जया बच्चन के चार भाईयों में से एक थे. गुलजार, रमेश बेहल और जया के एक चचेरे भाई के साथ-साथ असरानी ने शादी में दुल्हन के भाई का फर्ज निभाया.
इंदिरा गांधी से मांगी थी मदद
एक पुराने इंटरव्यू में असरानी ने कहा था कि वो दो साल से काम की तलाश कर रहे थे. हताश होकर उन्होंने तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्री इंदिरा गांधी ने काम ना मिलने की शिकायत की थी. उन्होंने इंदिरा गांधी से कहा था कि FTII का सर्टीफिकेट होने के बावजूद उन्हें काम नहीं मिल रहा है. इसके बाद इंदिरा गांधी ने फिल्म निर्माताओं से मुलाकात कर उन्हें प्रशिक्षित कलाकारों को मौका देने के लिए कहा. तभी से धीरे-धीरे फिल्म इंडस्ट्री में FTII के कलाकारों को सम्मान और काम मिलने लगा.
बता दें कि पांच दशकों से अधिक लंबे करियर में असरानी 300 से ज्यादा हिंदी और गुजराती फिल्मों में अभिनय किया. उन्होंने 'शोले', 'चुपके चुपके', 'गोलमाल', 'अभिमान', और 'छोटी सी बात' जैसी फिल्मों में यादगार किरदार निभाए हैं.
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