बीजेपी सरकार और स्थानीय बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ लगातार मेरठ जिले की सरधना विधानसभा में महापंचायत का दौर जारी है. मेरठ जिले की विधानसभा सरधना मुजफ्फरनगर लोकसभा में आती है. यहां भाजपा ने संजीव बालियान को अपना प्रत्याशी बनाया है, लेकिन संजीव बालियान के खिलाफ लगातार क्षत्रिय लोगों का विरोध जारी है.
हालांकि, क्षत्रिय समाज के विरोध को देखते हुए मुख्यमंत्री खुद कुछ दिन पहले सरधना आए थे और लोगों से भाजपा प्रत्याशी को वोट देने की अपील की थी. मगर, अब उसका कोई असर नहीं दिख रहा है. मेरठ के सरधना के खेड़ा में सोमवार को एक बड़ी क्षत्रिय स्वाभिमान महापंचायत हुई. इसमें फैसला लिया गया कि क्षत्रिय समाज इस बार बीजेपी के खिलाफ वोट करेगा.
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बाकायदा लोटे में नमक डालकर यह सौगंध उठाई गई. पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ में क्षत्रिय समाज की महापंचायत में भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. प्रथम चरण के चुनाव से ठीक पहले ठाकुर समाज के लोगों ने खेड़ा में स्वाभिमान महापंचायत ने भाजपा के खेमे में हलचल बढ़ गई है.
दरअसल, पश्चिम उत्तर प्रदेश में 19 तारीख को प्रथम चरण के लिए कई सीटों पर वोटिंग होनी है. प्रथम चरण के चुनाव का सिलसिला सबसे पहले पश्चिम उत्तर प्रदेश से शुरू होगा. मगर, उसके पहले ही पश्चिम उत्तर प्रदेश की जमीन से ही भाजपा के लिए विरोध के नारे लग रहे हैं.
सोमवार को मेरठ जिले की सरधना विधानसभा के ठाकुर चौबीसी के खेड़ा में क्षत्रिय स्वाभिमान महापंचायत हुई. जहां महापंचायत में भाग लेने के लिए हरियाणा और राजस्थान समेत कई राज्यों से लोग पहुंचे. महापचायत में क्षत्रिय नेताओं ने भाजपा के विरोध में जमकर बयानबाजी की.
लोटे में नमक डालकर लिया फैसला, भाजपा को हराएंगे
हालांकि, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जय जयकार भी करते रहे. महापंचायत की अगुवाई किसान मजदूर संगठन के मुखिया ठाकुर पूरन सिंह करते हुए नजर आए. उन्होंने इसके पहले सहारनपुर के ननौता मेरठ के कपसाड़ और सिसौली में भी ठाकुर समाज की पंचायत की थी. इसके बाद खेड़ा में बड़ी महापंचायत का आयोजन किया गया.
वहीं, पूरन सिंह ने कहा कि उनके समाज ने 2019 में भाजपा को वोट दिया था. मगर, सत्ताधारी सरकार ने उनके साथ छल किया. खासतौर पर मुजफ्फरनगर सीट पर उनके साथ धोखा हुआ है और अब समाज की महापंचायत में भाजपा के विरोध में फैसला हुआ है. हालांकि, देखने वाली बात यह होगी महापंचायत के दौरान लिया गया फैसला क्या वोटिंग के समय भी कायम रह पाएगा.
पूरन सिंह ने कहा पंचों ने लोटे में नमक डालकर यह फैसला लिया है कि भारतीय जनता पार्टी को पूरे देश में संदेश पहुंचाएंगे. पूरे देश में संदेश पहुंचकर यह यह निर्णय देंगे कि जहां भी भारतीय जनता पार्टी हो, उसको हारने का काम करें. तीन लोकसभा में जिनकी आज पंचायत थी, तीनों लोकसभाओं पर ही यह निर्णय लिया गया है कि जो भी गठबंधन के प्रत्याशी हैं, उनका समर्थन किया जाएगा.
राजपूत समाज उनको वोट देने का काम करेगा और भारतीय जनता पार्टी को हराने का पूरा का पूरा प्रयास हम करेंगे. कैराना, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर यह तीन लोकसभा सीटों के पंचायत थी. काफी दूर से लोग आए थे. इसके बाद लगातार हमारी और पंचायत जारी रहेगी.
लोटे में नमक डालने की यह है परंपरा
गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में भी पंचायत होगी. अलीगढ़, हाथरस, बदायूं में लगातार पंचायत जारी रहेगी. लोटा नमक की परंपरा यह है कि जैसे पानी में नमक गल जाता है और उसमें अगर कोई आदमी गद्दारी करता है और समाज का व्यक्ति इस तरह गल जाएगा, जो समाज से दूर होगा. आज समाज को हर व्यक्ति की आवश्यकता है. अपने समाज को मजबूत करने के लिए हर व्यक्ति काम करेगा.
पार्टी तो फिर मजबूत हो जाएंगी, लेकिन समाज कमजोर हुआ तो समाज दोबारा खड़ा नहीं होगा. भारतीय जनता पार्टी की सरकार साल 2014 में बनी और हिंदू-मुसलमान के नाम पर बनी. क्या मुसलमान यहां से चले गए? हिंदुस्तान में ही सभी मुस्लिम ठाकुर समाज ने भी समर्थन किया.
मेरठ के भाजपा प्रत्याशी अरुण गोविल पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि रामायण में एक मारीच था, जिसको रावण ने कहा कि या तो तू भेष बदल, नहीं तो तुझे मार दूंगा. वह भेष बदलकर सोने का हिरण बनकर चला गया. तो भाजपा ने भी इसको मारीच बनाकर भेजा है. भारतीय जनता पार्टी के पास क्या मेरठ में कोई कार्यकर्ता नहीं था, उनका विरोध है.
उस्मान चौधरी