लोकसभा चुनाव के बीच एनसीपी (शरदचंद्र पवार) अध्यक्ष शरद पवार ने एक इंटरव्यू में कहा कि अगले कुछ सालों में कई क्षेत्रीय दल कांग्रेस के साथ जुड़ेंगे या फिर अगर उन्हें लगता है कि उनकी पार्टी के लिए यही सबसे अच्छा है तो वे कांग्रेस के साथ विलय के विकल्प पर विचार कर सकते हैं. शरद पवार के इस कथन के बाद महाराष्ट्र की सियासत गर्मा गई है. एक ओर एनसीपी (शरतचंद्र पवार) प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि शरद पवार सांकेतिक इशारा देते हैं, उनके बयान का मतलब ये है कि इंडिया ब्लॉक सरकार की तरफ बढ़ रहा है, जबकि एनडीए घट रहा है. जो भी आंकड़े हमारे सामने आ रहे हैं, वो कह रहे हैं कि इस बार बीजेपी 180-210 सीटों तक सिमट जाएगी.
वहीं, बीजेपी विधायक राम कदम ने कहा कि शरद पवार का यह बयान दर्शाता है कि उन्होंने लोकसभा में होने वाली हार को स्वीकार कर लिया है. वह इस बात की भी पुष्टि कर रहे हैं जिस कांग्रेस से उन्होंने नाता तोड़ा था, उसी कांग्रेस में जाना उनकी मजबूरी है.
शरद पवार का एक इंटरव्यू प्रकाशित हुआ था. इसमें उन्होंने कहा था कि कई क्षेत्रीय पार्टियां कांग्रेस के करीब आएंगी, कुछ का विलय भी हो सकता है. इस बयान ने इस बहस को जन्म दिया है कि क्या शरद पवार की एनसीपी कांग्रेस में विलय करेगी. हालांकि पवार ने इंटरव्यू में कहा कि वैचारिक रूप से हम उनके (कांग्रेस) करीब हैं. रणनीति या अगले कदम पर कोई भी फैसला सामूहिक रूप से लिया जाएगा.
शरद पवार ने राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा था कि आज राहुल गांधी की स्वीकार्यता 1977 में मोरारजी देसाई से भी ज्यादा है. देसाई के विपरीत उन्हें अपनी पार्टी में काफी समर्थन प्राप्त है. राहुल गांधी हम सभी (क्षेत्रीय दलों में) के साथ तालमेल बना रहे हैं.
शरद पवार के इस बयान पर उनकी पार्टी के प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि शरद पवार ने कांग्रेस में छोटे क्षेत्रीय दलों के विलय की बात कही है. इसका संदर्भ ये है कि वे संकेत दे रहे हैं कि पीएम मोदी को सरकार में तीसरा कार्यकाल नहीं मिलेगा. ऐसे में छोटी पार्टियां कांग्रेस के साथ मिलकर गांधी नेहरू विचारधारा की ओर बढ़ेंगी.
महेश तपासे ने कहा कि शरद पवार देश के बड़े नेता हैं, उनकी राजनीतिक समझ हम कार्यकर्ताओं से ज्यादा है. उन्हे संकेत मिल रहे हैं कि बीजेपी तीसरी बार सरकार नहीं बना रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी पर सबसे तीखा प्रहार कांग्रेस नेता राहुल गांधी कर रहे हैं. उन्होंने पूरे देश में एक यात्रा निकाली. इस यात्रा को बहुत सपोर्ट मिला है. तपासे ने कहा कि आज इंडिया ब्लॉक के नेताओं की सभा में जितनी भीड़ आ रही है, उतनी भीड़ पीएम मोदी की सभाओं में नहीं आ रही है.
मुस्तफा शेख