Mood of the Nation: आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर देश का मूड क्या है, इसे लेकर इंडिया टुडे ने सी वोटर के साथ मिलकर मूड ऑफ द नेशन सर्वे किया. इस सर्वे में सभी 543 सीटों को कवर किया गया था और सैंपल साइज 1,49,092 था. बात बिहार की करें तो बीजेपी गठबंधन को 40 में से 32 सीटें मिलती हुई दिख रही हैं. वहीं अगर वोट शेयर की बात करें तो 2019 में जहां एनडीए का वोट शेयर 53 फीसदी था, वहीं 2024 में वोट शेयर गिरकर 52 फीसदी पर आ सकता है. जबकि आरजेडी और कांग्रेस का वोट प्रतिशत सात प्रतिशत तक बढ़ता दिख रहा है.
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नीतीश कुमार ने जब इंडिया गठबंधन छोड़कर एनडीए का दामन थामा, तो उन्होंने इसके लिए आरजेडी को जिम्मेदार बताया था. साथ ही वह कांग्रेस से भी नाराज बताए जा रहे थे. सर्वे के दौरान जब जनता से पूछा गया कि नीतीश के INDIA गठबंधन से जाने का जिम्मेदार कौन है, तो 44 फीसदी लोगों का मानना है कि इसके लिए नीतीश कुमार खुद जिम्मेदार हैं. जबकि 21 फीसदी लोगों ने कांग्रेस के सिर पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा है कि कांग्रेस के तौर तरीकों की वजह नीतीश ने इंडिया ब्लॉक छोड़ा है. जबकि 13 फीसदी लोग आरजेडी को और 15 फीसदी लोग बीजेपी को नीतीश के इंडिया गठबंधन से जाने का जिम्मेदार मान रहे हैं.
नीतीश के इंडिया गठंबधन छोड़ने के बाद क्या जाति जनगणना का मुद्दा खत्म हो जाएगा. इस सवाल पर 26 फीसदी लोगों ने कहा कि हां, ये मुद्दा अब खत्म हो जाएगा, जबकि 49 फीसदी लोगों का मानना है कि ये मुद्दा खत्म नहीं होगा. अभी लोकसभा चुनाव में लगभग 90 दिन है. लेकिन आज जनता की राय ली जाए तो 49 फीसदी लोगों का मानना है कि ये मुद्दा खत्म नहीं होगा.
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सर्वे के दौरान जब लोगों से पूछा गया कि क्या पूरे देश में जाति जनगणना होनी चाहिए, तो 59 फीसदी लोगों ने कहा हां, जबकि 28 फीसदी लोगों ने कहा- नहीं. नीतीश की पलटी से NDA का 400 प्लस का टारगेट पूरा होगा, इस सवाल के जवाब में सिर्फ 37% लोगों ने कहा कि सीटों का आंकड़ा 400 पार जाएगा, जबकि 48% लोगों का मानना है कि नीतीश के NDA में जाने से भी 400 प्लस का टारगेट पूरा नहीं होगा.
MOTN में जनता से पूछा गया कि बार-बार पलटी मारने से नीतीश की छवि खराब होती है. इस सवाल के जवाब में 71 फीसदी लोगों ने कहा हां, जबकि 17 फीसदी लोगों का मानना है कि बार-बार पलटी मारने के नीतीश की छवि पर कोई असर नहीं पड़ता.
सर्वे के दौरान जनता से पूछा गया कि नीतीश कुमार के NDA में आने से इंडिया गठबंधन को नुकसान होगा. इस पर 46% फीसदी लोगों ने सहमति जताई, जबकि 39% लोगों का मानना है कि नीतीश के पलटी मारने से इंडिया ब्लॉक को कोई नुकसान नहीं होगा. ये आंकड़े बता रहे हैं कि नीतीश कुमार की छवि लोगों के दिमाग में कैसी है. मतलब लोगों का मानना है कि नीतीश के इधर-उधर जाने से बहुत नुकसान नहीं होगा.
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