नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने 1 पोलो रोड आवास पर मीडिया से बातचीत में चुनाव आयोग और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि SIR का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. इस बीच उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी के इशारे पर "वोट की डकैती" कर रहा है. उन्होंने मुजफ्फरपुर की मेयर निर्मला देवी पर भी गंभीर आरोप लगाए और दावा किया कि उनके और उनके देवर के पास दो वोटर आईडी कार्ड हैं.
तेजस्वी ने कहा, "जब खुलासा होने लगा है तो बीजेपी की बोलती बंद है. आज तक चुनाव आयोग ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की. SIR प्रक्रिया में जो खामियां हैं, हम उन्हें उजागर करते रहेंगे." उन्होंने आरोप लगाया कि पहले बीजेपी ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल करती थी, लेकिन अब चुनाव आयोग को हथियार बना लिया गया है. 2020 के चुनाव का जिक्र करते हुए तेजस्वी ने कहा, "हम 12 हजार वोट से हारे थे, 10 सीटें हमें हरवा दी गई थीं."
तेजस्वी यादव ने एक और खुलासा करते हुए कहा कि मुजफ्फरपुर की मेयर निर्मला देवी, जो बीजेपी नेता हैं और संभावित रूप से विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार भी होंगी, उनके पास एक ही विधानसभा क्षेत्र में दो EPIC आईडी हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि निर्मला देवी के देवर के पास भी दो EPIC आईडी हैं. तेजस्वी के अनुसार, कई वोटरों को यह लोग "अनट्रेसेबल" या "मृतक" घोषित कर देते हैं, लेकिन जिन बीजेपी नेताओं के पास दो-दो वोटर आईडी हैं और जो संभवतः चुनाव लड़ेंगे, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती.
तेजस्वी ने कहा कि यह दोहरी नीति चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करते हैं और हम इस मुद्दे को उठाते रहेंगे.
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शशि भूषण कुमार