बिहार में पहले चरण की वोटिंग से एक दिन पहले राहुल गांधी ने दिल्ली से राजनीतिक माहौल में विस्फोट कर दिया. उन्होंने चुनावी रैली नहीं की, बल्कि 'हरियाणा फाइल्स' खोलकर एक ऐसा मुद्दा उठा दिया, जिसने चुनाव आयोग से लेकर विपक्ष तक सबको कटघरे में खड़ा कर दिया.
राहुल ने दावा किया कि हरियाणा में हालिया विधानसभा चुनाव में 25 लाख से अधिक फर्जी वोट तैयार किए गए थे और यही वजह थी कि कांग्रेस ओपिनियन पोल और पोस्टल बैलेट में आगे होने के बावजूद हार गई.
'हर 8 में एक वोट चोरी हुआ'
राहुल गांधी ने अपने ‘एच-फाइल्स’ प्रेजेंटेशन में कहा कि उनकी पार्टी ने हरियाणा की मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण किया, जिसमें 5,21,619 डुप्लिकेट वोटर, 93,174 गलत पते वाले वोटर, 19,26,351 एक ही घर पर दर्ज वोटर और 1,24,177 धुंधली फोटो वाले वोटर पाए गए. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि ये सब मिलाकर करीब 25 लाख वोट संदिग्ध हैं यानी हर आठवां वोट चोरी हुआ.
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कांग्रेस सांसद का आरोप है कि जिस हरियाणा में 25 लाख फर्जी वोटर हों वहां अगर कांग्रेस 22 हजार 779 वोट से कांग्रेस हारती है तो ये वोट चोरी के दायरे में आता है. क्योंकि जब कांग्रेस ओपिनियन पोल में आगे थी, एग्जिट पोल में आगे थी, पोस्टल बैलट काउंटिंग में आगे थी तो नतीजे में कैसे हार सकती है?
उनका आरोप है कि चुनाव आयोग इस गड़बड़ी से वाकिफ है लेकिन जानबूझकर कार्रवाई नहीं कर रहा, ताकि बीजेपी को फायदा हो. राहुल ने कहा, “आयोग चाहे तो एक मिनट में डुप्लिकेट या ब्लर फोटो हटा सकता है, लेकिन वह नहीं करता क्योंकि बीजेपी को मदद करना चाहता है.”
चुनाव आयोग का जवाब- प्रक्रिया में सबकी भागीदारी
राहुल गांधी का नाम लिए बिना हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सफाई दी कि वोटर लिस्ट का मसौदा कांग्रेस को अगस्त 2024 में ही दे दिया गया था, लेकिन सितंबर तक किसी बीएलओ या पार्टी एजेंट ने कोई शिकायत नहीं की.
आयोग ने बताया कि राज्य में 20,632 बीएलओ, 86,790 पोलिंग एजेंट और 10,180 काउंटिंग एजेंट मौजूद थे, मगर किसी ने फर्जी वोटिंग की शिकायत नहीं की. आयोग का तर्क है कि अगर गड़बड़ी होती, तो ये एजेंट्स जरूर आपत्ति दर्ज कराते.
बीजेपी ने किया पलटवार
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि वे विदेशी ताकतों के बहकावे में आकर भारत की संस्थाओं पर हमला कर रहे हैं. रिजीजू ने तंज कसा, “राहुल गांधी को बाहर वाले जो सिखाते हैं, वही आकर वो बोलते हैं.” बीजेपी का कहना है कि अगर राहुल को गड़बड़ी का सबूत है, तो वे अदालत में याचिका दायर करें.
बिहार में नया राजनीतिक संकेत?
अब सवाल यही है कि क्या राहुल गांधी की ‘हरियाणा फाइल्स’ बिहार में चुनावी असर छोड़ पाएगी? राहुल ने अपने आरोपों को बिहार से जोड़ा और कहा कि यहां भी मतदाता सूची के पुनरीक्षण (SIR) में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है. उन्होंने मंच पर बिहार के कुछ मतदाताओं को पेश कर दावा किया कि उनके नाम जानबूझकर सूची से हटा दिए गए.
फिलहाल राहुल गांधी ने बिहार में वोटिंग से एक दिन पहले अपना पटाखा फोड़ दिया है जो मतदाताओं और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं की जागरूकता के लिहाज से बेहद जरूरी है. हालांकि इसका बिहार में मतदान पर क्या असर पड़ता है, ये देखने वाली बात होगी.
आजतक ब्यूरो