BJP के ऑफर से खुश नहीं चिराग पासवान... पटना में धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात किए बिना दिल्ली लौटेंगे, कल बुलाई आपात बैठक

पटना लौटते ही चिराग आज रात दिल्ली रवाना होंगे. अभी तक बीजेपी नेताओं के साथ कोई बैठक निर्धारित नहीं है. धर्मेंद्र प्रधान आज चिराग से मिलने पटना पहुंचे हैं, ताकि एनडीए के भीतर सीट शेयरिंग को लेकर दूसरे दौर की बातचीत हो सके. कल दिल्ली में धर्मेंद्र प्रधान और विनोद तावड़े ने पहले ही चिराग से मुलाकात की थी.

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LJP प्रमुख चिराग पासवान. (Photo: PTI) LJP प्रमुख चिराग पासवान. (Photo: PTI)

शशि भूषण कुमार

  • पटना,
  • 08 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 7:38 PM IST

NDA में सीट बंटवारे को लेकर बातचीत में एक और रोड़ा अटका है. चिराग पासवान आज फिलहाल बीजेपी नेताओं से मुलाकात नहीं करेंगे. सूत्रों के अनुसार, खगड़िया से पटना लौटते ही चिराग आज रात दिल्ली रवाना होंगे. अभी तक बीजेपी नेताओं के साथ कोई बैठक निर्धारित नहीं है.

दूसरी ओर, धर्मेंद्र प्रधान आज चिराग से मिलने पटना पहुंचे हैं, ताकि एनडीए के भीतर सीट शेयरिंग को लेकर दूसरे दौर की बातचीत हो सके. कल दिल्ली में धर्मेंद्र प्रधान और विनोद तावड़े ने पहले ही चिराग से मुलाकात की थी.

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BJP के ऑफर से संतुष्ट नहीं चिराग

सूत्रों का कहना है कि चिराग पासवान अभी भी बीजेपी के ऑफर से संतुष्ट नहीं हैं, और इसी कारण आज की मुलाकात संभव नहीं हो पाई. जानकारी यह भी सामने आई है कि चिराग पासवान ने गुरुवार सुबह 10 बजे पटना में पार्टी की आपातकालीन बैठक बुलाई है.  

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LJP आर–पार के मूड में

सूत्रों के मुताबिक सीट बंटवारे का ऐलान होने से पहले जेडीयू की तरफ से अपने उम्मीदवारों के नामांकन की तारीख तय करने से चिराग नाराज 

LJP ने पटना में आपात बैठक बुलाई

कल सुबह 10 बजे से प्रदेश कार्यालय में बैठक बुलाई गई है. बिहार चुनाव के लिए प्रभारी बनाए गए सांसद अरुण भारती बैठक की अध्यक्षता करेंगे. चिराग खुद इस बैठक में शामिल नहीं होंगे. पार्टी के सभी सांसदों, प्रदेश अध्यक्ष, सभी उपाध्यक्षों, जिला प्रभारियों और प्रमुख नेताओं को बुलाया गया है. माना जा रहा है कि किसी बड़े फैसले से पहले LJPR नेतृत्व प्रमुख नेताओं से चर्चा करना इस बैठक का मकसद है. 

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सीट शेयरिंग पर नहीं बन पा रही सहमति

बताते चलें कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के भीतर सीट बंटवारा सबसे बड़ा मुद्दा बन चुका है. विधानसभा स्तर पर बीजेपी और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के बीच सीटों के तालमेल पर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. चिराग पासवान की नाराज़गी और बातचीत में अटकेपन से एनडीए की रणनीतिक योजना पर असर पड़ सकता है, और यह पूरे चुनावी समीकरण को प्रभावित कर सकता है.

गौरतलब है कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद राजेश वर्मा ने सुबह बयान दिया था कि उनकी पार्टी ने 43 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है. नहीं तो 2020 की तरह अकेले चुनाव लड़ने में हमें कोई दिक्कत नहीं है. 

आजतक से खास बातचीत करते हुए सांसद राजेश वर्मा ने कहा कि 2020 में हमने 136 सीटों पर और 2015 में 43 सीटों पर चुनाव लड़ा था तो इसके बीच में ही सम्मानजनक सीटें हमें मिलनी चाहिए.

'अकेले चुनाव लड़ने में क्या दिक्कत'

उनके इस बयान से साफ संकेत मिलता है कि लोक जनशक्ति पार्टी (रा.) कम से कम 43 से ज्यादा सीटों पर दावा कर रही है. उन्होंने विधानसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ने के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि 2020 में तो हम लोग अकेले ही चुनाव लड़े थे तो अब क्या दिक्कत है.

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सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तैयार

बताया जा रहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीट बंटवारे की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. बीजेपी-जेडीयू और एलजेपी (रामविलास) समेत सहयोगी दल हिस्सेदारी तय करने में जुटे हैं. बीजेपी और जेडीयू को 100-100 से अधिक सीटें मिलने की संभावना है, जबकि चिराग पासवान की पार्टी को भी महत्वपूर्ण हिस्सा मिल सकता है. 

सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने चिराग पासवान की पार्टी को 25 सीटों का ऑफर दिया है. जबकि चिराग पासवान कम से कम 35 सीटों की मांग पर अड़े हैं. इसके अलावा बीजेपी जीतन राम मांझी को 7 और उपेंद्र कुशवाहा को 6 सीटें देने का फॉर्मूला तैयार किया है. उधर, जीतनराम मांझी ने एक्स पर पोस्ट कर विधानसभा चुनाव में 15 सीटों की मांग की है. यही वजह है कि सीटों पर अंतिम मुहर नहीं लग सकी है.

दो चरणों में होंगे चुनाव 

बिहार में दो चरणों में मतदान होंगे. पहले फेज की वोटिंग 6 नवंबर को तो दूसरे फेज में 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. वहीं 14 नवंबर को मतगणना होगी.

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