AIADMK से निष्कासित सेंगोट्टईयन ने विधायक पद से दिया इस्तीफा, TVK जॉइन करने की तैयारी तेज

एआईएडीएमके से निष्कासित नेता केए सेंगोट्टईयन ने MLA पद छोड़ने के बाद अब विजय की टीवीके में शामिल होने की तैयारी शुरू कर दी है. चेन्नई में उनकी टीम और टीवीके नेतृत्व के बीच कई दौर की बातचीत हुई.

Advertisement
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2026 से पहले तमिल राजनीति में हलचल तेज (Photo: ITG) तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2026 से पहले तमिल राजनीति में हलचल तेज (Photo: ITG)

प्रमोद माधव

  • चेन्नई,
  • 27 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 6:33 AM IST

तमिलनाडु में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. एआईएडीएमके (AIADMK) के अनुभवी नेता केए सेंगोट्टईयन ने विधायक पद छोड़ दिया है. इस्तीफे के कुछ ही घंटों बाद खबर आई कि वे अब अभिनेता विजय की पार्टी तमिलगा वेट्ट्री कजगम (TVK) में शामिल होने जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार को उनकी औपचारिक एंट्री तय मानी जा रही है.

Advertisement

सुबह चेन्नई पहुंचने के बाद सेंगोट्टईयन की टीम और टीवीके नेतृत्व के बीच कई दौर की बैठकों का दौर चला. इसी दौरान राजनीतिक गलियारों में चर्चा यह भी रही कि डीएमके भी उनसे बातचीत के लिए इच्छुक है. कहा जा रहा है कि गुरुवार को वे अपना अंतिम निर्णय सामने लाएंगे.

जब मीडिया ने सीधे पूछा कि क्या वे टीवीके जॉइन करने जा रहे हैं, तो उन्होंने सवाल टालते हुए सिर्फ “वनक्कम” कहा. इसके बाद उन्होंने अपने मन की पीड़ा भी जाहिर की. 

उन्होंने कहा कि एआईएडीएमके में उन्होंने पचास साल बिताए, मुश्किल दौर देखे और लगातार काम किया. लेकिन उन्हें पार्टी की बुनियादी सदस्यता से बाहर कर दिया गया, जिससे उन्हें गहरी चोट पहुंची है.

सेंगोट्टईयन और ईपीएस के बीच विवाद तब तेज हुआ जब उन्होंने आरोप लगाया कि एआईएडीएमके में भी परिवारवाद बढ़ रहा है और ईपीएस के बेटे तथा रिश्तेदार पार्टी के मामलों में दखल दे रहे हैं. यह आरोप खास इसलिए चर्चा में रहा क्योंकि ईपीएस हमेशा डीएमके को “डायनेस्टी पॉलिटिक्स” कहकर हमला करते रहे हैं.

Advertisement

यह भी पढ़ें: साल 2026 चुनावों के जिक्र के साथ AIADMK के महासचिव ने कार्यकर्ताओं को SIR पर दी हिदायत

इन आरोपों के बाद ईपीएस ने सेंगोट्टईयन को “डीएमके बी-टीम” का सदस्य बताते हुए उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया और गद्दार कहा.

सेंगोट्टईयन लंबे समय तक मारुथुर गोपालन रामचन्द्रन (एमजीआर) और जयललिता, दोनों के भरोसेमंद नेता रहे हैं. ऐसे में उनके एआईएडीएमके छोड़ने से पार्टी में गहरी दरार साफ दिख रही है.

तमिलनाडु में 2026 के विधानसभा चुनाव करीब हैं और ऐसे माहौल में सेंगोट्टईयन का नया राजनीतिक ठिकाना आने वाले समीकरण बदल सकता है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement