UPSC पास करने पर बंटी मिठाइयां, जीएम से लेकर कमिश्नर ने सराहा, सच खुला तो झेलनी पड़ी शर्मिंदगी

UPSC Result : UPSC सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल करने का दावा करने वाली झारखंड की दिव्या पांडेय के परिवार ने माफी मांगी है. यूपीएससी कैंडिडेट समेत उनका पूरा परिवार निराश है और साथ ही शर्मिंदा भी.

Advertisement
UPSC कैंडिडेट दिव्या पांडेय. UPSC कैंडिडेट दिव्या पांडेय.

राजेश वर्मा / सत्यजीत कुमार

  • रामगढ़ (झारखंड),
  • 04 जून 2022,
  • अपडेटेड 3:43 PM IST
  • गलतफहमी की शिकार हुई झारखंड की दिव्या पांडेय
  • UPSC 323वीं रैंक लाने का दावा किया था
  • अब परिवारवालों को मांगनी पड़ रही मांफी

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा के नतीजों में एक जैसे नाम की वजह से झारखंड के रामगढ़ जिले की रहने वाली दिव्या पांडेय गलतफहमी की शिकार हो गई. जिसके कारण अब छात्रा और उसके परिजनों को काफी शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है.

दरअसल, हाल ही में घोषित हुए यूपीएससी सिविल सेवा के नतीजों में जिले के चित्तरपुर ब्लॉक स्थित रजरप्पा कॉलोनी की रहने वाली दिव्या पांडेय की ऑल इंडिया 323वीं रैंक आने का दावा किया गया था.   

Advertisement

यूपीएससी एग्जाम देने वाले दोस्तों ने भी कॉल पर दिव्या को बताया, तुमने यूपीएससी में 323वीं रैंक हासिल कर ली है. यह खबर जैसे ही फैली, वैसे ही दिव्या को बधाई देने वालो का तांता लग गया. सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड के सीएमडी, रजरप्पा के जीएम, रामगढ़ जिले की कमिश्नर माधवी मिश्रा सहित कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने दिव्या पांडे को बधाई दी. 

दिव्या पांडेय को सम्मानित करती हुईं कमिश्नर माधवी मिश्रा.

सीसीएल के अधिकारियों ने यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करने का दावा करने वाली दिव्या पांडेय के पिता को भी सम्मानित किया, क्योंकि वह सीसीएल में क्रेन ऑपरेटर हैं. 

उधर, दिव्या पांडे के यूपीएससी पास करने की खबर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया में सुर्खिया बन गई, जबकि इसकी हकीकत कुछ और ही निकली. 

असल में, यूपीएससी में 323वीं रैंक लानी वाली दिव्या पांडेय नहीं है, बल्कि वह तमिलनाडु की रहने वाली दिव्या पी (Divya P) हैं. इसी नाम और उपनाम की वजह से गलतीफहमी पैदा हुई थी. 

Advertisement
दिव्या पी की UPSC रिजल्ट में 323वीं रैंक आई है.

बताया गया कि दिव्या पांडेय के परिजनों ने यूपीएससी की वेबसाइट पर भी रिजल्ट चेक करने की कोशिश की थी, लेकिन उस दौरान इंटरनेट काम नहीं कर रहा था. इसलिए दोस्तों की ही बात पर विश्वास कर लिया. 

अब यूपीएससी रिजल्ट के परिणाम से दिव्या के परिवारवाले एक ओर जहां हताश और निराश हैं, तो वहीं दूसरी ओर दिव्या भी मायूस हो गई हैं. 

दिव्या का समाज के लोगों ने सम्मान किया था.

दिव्या के माता पिता के कहा, हम लोगों से बहुत बड़ी गलती हो गई, जिसके कारण समाज में आज शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है. इस त्रुटि के लिए हमलोग क्षमाप्रार्थी हैं. परिवार ने जिला प्रशासन और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) से माफी मांगी है. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement