राजस्थान: स्कूलों में सूर्य नमस्कार के विरोध पर भड़के शिक्षा मंत्री, बोले-सभी की ड्यूटी है...

राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि सूर्य भगवान की आराधना ही तो कर रहे हैं. माननीय न्यायलयों में जो भी बैठे हैं, वे जानते हैं कि सूर्य भगवान किसी के साथ भेदभाव नहीं करता. वो जाति-धर्म देखकर तो प्रकाश नहीं दे रहे, इसलिए सभी की ड्यूटी बनती है कि जो देता है उसकी आराधना करें.

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राजस्थान के मंत्री बच्चों के साथ सूर्य नमस्कार करते हैं (Video screengrab/India Today) राजस्थान के मंत्री बच्चों के साथ सूर्य नमस्कार करते हैं (Video screengrab/India Today)

विशाल शर्मा

  • जयपुर,
  • 15 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 1:56 PM IST

राजस्थान सरकार के आदेश पर आज सूर्य सप्तमी के अवसर पर सभी स्कूलों में सूर्य नमस्कार शुरू हो गया है. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने स्कूली बच्चों के साथ सूर्य नमस्कार किया. इस बीच स्कूलों में सूर्य नमस्कार पर विवाद शुरू हो गया है और मालमा हाईकोर्ट तक पहुंच गया है. मुसलिम पक्ष के ओर से स्कूलों में सूर्य नमस्कार अनिवार्य करने के खिलाफ राजस्थान हाईकोर्ट में अर्ज़ी दाखिल की है. जमीअत उलेमा राजस्थान के महासचिव मौलाना अब्दुल वाहिद खत्री ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इस्लाम में सूरज की पूजा के खिलाफ है, हमें कोई इसके लिए मजबूर नहीं कर सकता. 

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मौलाना अब्दुल वाहिद खत्री का कहना कि भारत देश में हर धर्म के लोगों को अपने धर्म को मानने की स्वतंत्रता है. दूसरे धर्म की मान्यताओं को दूसरे धर्म के लोगों पर थोपा नहीं जा सकता. सूर्य नमस्कार , सरस्वती वंदना हिन्दू धर्म की मान्यता है. इस्लाम में सूरज की पूजा के खिलाफ है. सूर्य नमस्कार को सही नहीं ठहराया जा सकता. कोई हमें मजबूर नहीं कर सकता ये सब करने के लिए. उन्होंने स्कूली बच्चों से 15 फरवरी को स्कूल न जाने की सलाह दी थी.

इससे पहले जमीअत उलेमा ए राजस्थान की वर्किंग कमेटी ने राजस्थान के जयपुर में मीटिंग में फैसला लिया था कि 15 फ़रवरी को स्कूलों में सूर्य नमस्कार की अनिवार्यता के मद्देनजर मुसलमान अपने बच्चों को स्कूल ना भेजें. इसके अलावा कमेटी द्वारा सूर्य सप्तमी के खिलाफ राजस्थान हाई कोर्ट में अर्ज़ी दाखिल की है.

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शिक्षा मंत्री ने कहा-  सभी की ड्यूटी है सूर्य की आराधना

सूर्य सप्तमी पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने एक स्कूल में छात्र-छात्राओं के साथ सूर्य नमस्कार भी किया. उन्होंने कहा, 'राजस्थान के करोड़ों बच्चों के साथ एक साथ सूर्य नमस्कार करके बहुत अच्छा लगा. वहीं प्रदेश में कहीं भी इसे लेकर विरोध नहीं है, कोई दो-चार मनचले लोग विरोध करते हैं उनकी हम चिंता नहीं करते. कुछ स्कूलों में सूर्य नमस्कार नहीं हुआ है वहां कार्रवाई करेंगे.

राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि सूर्य भगवान की आराधना ही तो कर रहे हैं. माननीय न्यायलयों में जो भी बैठे हैं, वे जानते हैं कि सूर्य भगवान किसी के साथ भेदभाव नहीं करता. वो जाति-धर्म देखकर तो प्रकाश नहीं दे रहे, इसलिए सभी की ड्यूटी बनती है कि जो देता है उसकी आराधना करें.

इससे पहले मंत्री मदन दिलावर ने यह भी कहा था कि सूर्य भगवान की उत्पत्ति हुई है, यानी सूर्य भगवान का जन्मदिन है. हम इस बार सूर्य भगवान को नमस्कार कर रहे हैं, प्रणाम कर रहे हैं. तो हमने बच्चों को ही नहीं राजस्थान के हर व्यक्ति को आह्वान किया है कि सूर्य भगवान की आराधना करें और ज्यादा से ज्यादा लोग सूर्य नमस्कार करें.

इस्लाम में सूर्य की आराधना सख्ती से मना: वकील
मुस्लिम पक्ष के वकील सैयद सादत अली का कहना है कि यह एक ऐसा मामला है कि 2015 में भी सरकार द्वारा नोटिफिकेशन जारी किया गया था. 2015 में भी हमने इसे चैलेंज किया था और डीबी ने ऑर्डर पास किया था. तब सरकार ने कहा था कि यह किसी पर थोपा नहीं जाएगा जबकि ऑप्शनल है. अब फिर से 23 जनवरी को एक नोटिफिकेशन जारी कर इसे सभी के लिए अनिवार्य कर दिया. खुद ऑप्शनल मांगने के बाद इसे फिर से अनिवार्य क्यों किया जा रहा है. इस्लाम में सूरज को भगवान नहीं मानते और सूर्य की आराधना सख्ती से मना की गई है.

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