इस वर्ष CUET परीक्षा कुछ मामूली बदलावों के साथ आयोजित की जा रही है जिसमें छात्रों को और सहूलियत दी जा सके. इसके अलावा UGC आने वाले वर्षों में JEE, NEET और CUET को मिलाकर एक कॉमन एग्जाम आयोजित करने पर भी विचार कर रहा है. इस पूरे मामले पर यूजीसी चेयरमैन प्रो. एम जगदीश कुमार ने आजतक से खास बातचीत की. इस साल CUET के पैटर्न में क्या बदलाव होने वाला है? यूजीसी चेयरमैन ने कहा, 'हमने इस वर्ष फैसला लिया कि पैटर्न पिछले साल जैसा ही रहेगा लेकिन इस बार हम बच्चों को ज्यादा फ्रीडम और ज्यादा च्वॉइस दे रहे हैं. पिछले साल बच्चे 9 विषयों में परीक्षा दे सकते थे, इस साल बच्चे 10 पेपर्स चूज़ कर सकते हैं. पिछले वर्ष 1 महीने से ज्यादा समय में परीक्षा आयोजित की गई थी जबकि इस बार 21 मई से 31 मई तक परीक्षा करा रहे हैं. हर दिन 3 सेशन में परीक्षा होगी. इससे यह फायदा होगा कि मार्क्स के नॉर्मलाइज़ेशन में छात्रों को नुकसान नहीं होगा.' क्या JEE, NEET और CUET मर्ज होने जा रहे हैं. यूजीसी चेयरमैन ने कहा, 'अलग अलग एग्जाम की वजह से स्टूडेंट्स पर स्ट्रेस भी बढ़ता है. देखा जाए तो JEE, NEET और CUET में 4 ही सब्जेक्ट्स के पेपर होते हैं. ऐसे में यूजीसी विचार कर रहा है कि इन तीनों को अलग-अलग आयोजित करने के बजाय एक परीक्षा आयोजित की जाए. हालांकि, जब भी इसपर अंतिम निर्णय लिया जाएगा, स्टूडेंट्स को कम से कम 2 साल पहले इसकी जानकारी दे दी जाएगी. फॉरेन यूनिवर्सिटीज़ कब तक भारत आ सकती हैं? उन्होंने बताया, 'फॉरेन यूनिवर्सिटी से डिग्री का छात्रों का सपना जल्द पूरा होगा. इस विषय पर यूजीसी तेजी से काम कर रहा है. कई विदेशी यूनिवर्सिटी से संपर्क में भी हैं. इसे अंतिम रूप देने में अभी थोड़ा समय लग सकता है.'