350 किलो अमोनियम नाइट्रेट... 100 मीटर का इलाका तबाह कर सकता है वो विस्फोटक जो फरीदाबाद में मिला, कश्मीर तक टेरर कनेक्शन

350 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट का धमाका 100 मीटर के दायरे में भारी तबाही मचा सकता है – इमारतें ढहेंगी, सैकड़ों हताहत होंगे. 140 किलो टीएनटी के बराबर ऊर्जा पैदा करता है. आरडीएक्स तेज गति (8750 मी/सेकंड) से विस्फोट करता है. सटीक होता है. अमोनियम नाइट्रेट सस्ता लेकिन अनियंत्रित. खनन में उपयोगी, लेकिन दुर्घटना में खतरनाक.

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ये है अमोनियम नाइट्रेट. (Photo: Getty) ये है अमोनियम नाइट्रेट. (Photo: Getty)

ऋचीक मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 10 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:50 PM IST

अमोनियम नाइट्रेट, जो किसानों के लिए खाद है वो विस्फोटक के रूप में जानलेवा साबित हो सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार, मात्र 350 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट का धमाका 100 मीटर के दायरे में भारी तबाही मचा सकता है. बेरूत धमाके की यादें ताजा करते हुए, वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यह सस्ता रसायन आतंकी हमलों या दुर्घटनाओं में बड़ा खतरा पैदा कर सकता है. आरडीएक्स जैसे सैन्य विस्फोटकों से इसका अंतर जानना जरूरी है.

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जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश करते हुए गिरफ्तार डॉक्टर आदिल अहमद की निशानदेही पर हरियाणा के फरीदाबाद से 300 किलो विस्फोटक (अमोनियम नाइट्रेट), एके-47 राइफल और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया है.

यहां नीचे देखिए बेरूत धमाके का Video

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धमाके का दायरा: कितना नुकसान?

विशेषज्ञों का अनुमान है कि 350 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट, अगर डीजल जैसे ईंधन से मिलाया जाए, तो 140 किलोग्राम टीएनटी के बराबर ऊर्जा पैदा करता है. ये गणना हॉपकिंसन-क्रैंज नियम के आधार पर की जाती है. 

  • 20 पाउंड प्रति वर्ग इंच दबाव: 15-20 मीटर में कुल बर्बादी – इमारतें गायब, तत्काल मौतें.
  • 10 पाउंड दबाव: 30-40 मीटर में घातक – फेफड़े फटने से सैकड़ों हताहत.
  • 5 पाउंड दबाव: 50-60 मीटर में गंभीर क्षति – घर ढहना, वाहन उड़ना.
  • 3.5 पाउंड दबाव: 80-100 मीटर में मध्यम असर – चोटें, कांच टूटना.
  • हल्का असर: 150-200 मीटर तक कंपन.

शहर के बीच में ऐसा धमाका 500-1000 लोगों की जान ले सकता है. गर्मी की लहर से आग लगने का जोखिम भी बढ़ता है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के एक अधिकारी ने कहा कि अमोनियम नाइट्रेट को सुरक्षित गोदामों में रखना अनिवार्य है, वरना बेरूत जैसी त्रासदी दोहराई जा सकती है.

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आरडीएक्स से अंतर: ताकत और उपयोग में फर्क

अमोनियम नाइट्रेट और आरडीएक्स (रिसर्च डिपार्टमेंट एक्सप्लोसिव) दोनों विस्फोटक हैं, लेकिन इनमें जमीन-आसमान का फर्क है. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिक कहते हैं कि आरडीएक्स सैन्य हथियारों के लिए है, जबकि अमोनियम नाइट्रेट खनन और खेती के लिए. 

  • ताकत और स्पीड: आरडीएक्स की विस्फोट गति 8750 मीटर प्रति सेकंड है – मतलब ये फटते ही तेज ध्वनि से फैलता है. अमोनियम नाइट्रेट की गति सिर्फ 3000-5000 मीटर प्रति सेकंड (मिश्रण में). आरडीएक्स टीएनटी से 1.6 गुना ज्यादा ताकतवर है, जबकि अमोनियम नाइट्रेट 0.4-o.8 गुना. छोटी मात्रा में आरडीएक्स बड़ा नुकसान करता है.
  • संवेदनशीलता: आरडीएक्स संवेदनशील है – थोड़ी चिंगारी या जोर से मारने से फट सकता है. अमोनियम नाइट्रेट कम संवेदनशील, इसे बूस्टर (जैसे डेटोनेटर) चाहिए. इसलिए अमोनियम नाइट्रेट खदानों में सुरक्षित, लेकिन आरडीएक्स जंग के लिए.
  • उपयोग: अमोनियम नाइट्रेट सस्ता है, खाद और खनन के लिए. बड़े ढेर में इस्तेमाल होता है. आरडीएक्स महंगा, सैन्य हथियारों के लिए – बम, मिसाइल. अमोनियम नाइट्रेट धीमा जलता है अगर सही मिश्रण न हो, लेकिन आरडीएक्स हमेशा डेटोनेट (तेज फटना) करता है.
  • खतरा: आरडीएक्स छोटे धमाके में ज्यादा ब्रिसेंस (तोड़ने की ताकत) देता. 1 किलोग्राम आरडीएक्स 1.6 किलोग्राम टीएनटी जितना. लेकिन अमोनियम नाइट्रेट बड़े पैमाने पर सस्ता खतरा है, जैसे बेरूत या ओक्लाहोमा बम धमाके.

1 किलोग्राम आरडीएक्स से दीवार तोड़ी – सिर्फ छोटा सा बम, लेकिन पूरा हिस्सा उड़ गया. अगर अमोनियम नाइट्रेट होता, तो ज्यादा मात्रा चाहिए होती. आरडीएक्स तेज और सटीक, अमोनियम नाइट्रेट सस्ता लेकिन अनियंत्रित.

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