3 हजार स्टेप्स की चढ़ाई, कैमरे में कैद सोनम-राजा और कातिल... पुलिस के लिए यूं अहम सबूत बन गए ये वीडियो

मेघालय में राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में कातिलों का नया वीडियो सामने आया है. जिसमें कातिल अपने चेहरे छुपाने की कोशिश कर रहे थे. यही नहीं सोनम और राजा से कातिलों की दूरी महज 20 मिनट की थी. जानिए सोनम की साजिश और क्राइम सीन रिक्रिएशन की पूरी कहानी.

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कातिल सोनम और राजा के आगे-आगे चल रहे थे कातिल सोनम और राजा के आगे-आगे चल रहे थे

aajtak.in

  • शिलांग/इंदौर,
  • 18 जून 2025,
  • अपडेटेड 9:34 PM IST

Raja Raghuwanshi Murder Conspiracy: मेघालय में 23 मई को ट्रैकिंग के दौरान राजा रघुवंशी सोनम के साथ जिन रास्तों से गुजर रहा था, उन रास्तों पर तीनों कातिल पहले से ही मौजूद थे. राजा-सोनम और कातिलों के बीच करीब 20 मिनट का फासला था. ठीक कत्ल से पहले राजा और सोनम का आखिरी वीडियो सामने आने के बाद अब तीनों कातिलों का एक नया वीडियो सामने आया है. जिसे देखकर साफ पता चलता है कि तीनों कातिल कैमरा देखकर अपना चेहरा छुपाने की कोशिश कर रहा था. क्योंकि उनकी साजिश तो कुछ और ही थी.  

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हाल ही में राजा और सोनम की ट्रैकिंग के दौरान वाली जो तस्वीरें सामने आई हैं, वे 23 मई सुबह 9 बजकर 45 मिनट की है. उस वीडियो में सोनम और राजा के कैद होने से ठीक 20 मिनट पहले उसी कैमरे में तीन और लोग रिकॉर्ड हुए थे. तब सुबह के 9 बजकर 25 मिनट हुए थे. वे तीनों वही आकाश, वही आनंद और वही विशाल थे, जिन्होंने मिलकर राजा रघुवंशी का कत्ल किया था. अब चलिए उस वीडियो की पूरी कहानी आपको बताऊं उससे पहले दोनों वीडियो की बात की जाए. 

कैमरे में कैद दोनों ही तस्वीरें देवेंद्र उर्फ देव सिंह नाम के एक शख्स ने अनजाने में रिकॉर्ड की थीं. दरअसल, देवेंद्र अपनी पत्नी के साथ मेघालय घूमने गए थे. और ये सिर्फ एक इत्तेफाक था की 23 मई को वो ठीक उसी जगह से गुजर रहे थे, जहां से आगे-आगे राजा के तीनों कातिल और पीछे पीछे खुद राजा और सोनम जा रहे थे. इस वीडियो में कैद इन पांचों की सच्चाई देवेंद्र और उनकी पत्नी को कैसे पता चली, वो आपको बताएं उससे पहले आइए कत्ल करने से महज कुछ देर पहले कैमरे में कैद हुए उन तीनों कातिल की तस्वीरों पर बात कर लें और उनके हाव भाव को समझने की कोशिश करें.

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वीडियो शुरु होता है एक खूबसूरत सीनरी से. चारों तरफ हरियाली है. कच्ची पगडंडी. शायद दाईं तरफ खाई है. कैमरे में दूर से एक साथ तीन लोग ऊपर की तरफ चढ़ाई चढ़ते हुए नजर आते हैं. इधर टोपी पहने एक महिला और पुरुष ऊपर से नीचे की तरफ आते हुए कैमरे में कैद हो जाते हैं. सफेद शर्ट और नीली जींस पहने हाथ में डंडा लिए ये जो सबसे आगे आगे चल रहा है ये कोई और नहीं विशाल चौहान है. जैसे ही विशाल को अहसास होता है कि कोई कैमरा उसे रिकॉर्ड कर रहा है वो अजीब सी नजरों से उस तरफ देखता है और फिर सिर झुका लेता है. उस कैमरे में कैद विशाल और शिलांग पुलिस स्टेशन में बैठे उस विशाल की तस्वीरें एक ही है. 

विशाल के ठीक पीछे चल रहे उस लड़के को शायद दूर से ही अंदाजा हो चुका था कि सामने से कोई कैमरे में कुछ रिकॉर्ड कर रहा है. लिहाजा, कैमरा क्रॉस करने से पहले ये एक बार भी अपना चेहरा ऊपर की तरफ नहीं उठाता. बल्कि अपना सिर लगातार नीचे झुकाए रहता है. ये दूसरा लड़का कोई और नहीं आनंद कुर्मी है. 

विशाल और आनंद के पीछे पीछे चल रहा तीसरा लड़का शायद तीनों में सबसे होशियार था. पल भर में जैसे ही इसे अहसास हुआ कि सामने से आ रहे लोगों में से एक के हाथ में कैमरा है, वो अचानक अपनी जुल्फों को अपना ढाल बना लेता है. जुल्फों से चेहरा छुपाने के साथ-साथ अब वो लगभग झुकता हुआ आगे बढ़ रहा है ताकि कैमरा उसके चेहरे को कैद ना कर सके. लेकिन कैमरा तो कैमरा ठहरा. किसी की चेहरा कैद करने के लिए बस एक फ्रेम ही काफी है. और उस पहले फ्रेम में ही वो कैद हो चुका था. ये तीसरा लड़का कोई और नहीं आकाश राजपूत है. वही आकाश राजपूत जिसने राज कुशवाहा के सिर पर तेजधार हथियार दाव से दो वार किए थे. 

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देव सिंह के कैमरे में कैद आकाश, आनंद और विशाल की तस्वीरें राजा रघुवंशी मर्डर केस में एक बेहद अहम सबूत है. सबूत मेघालय पुलिस की थ्योरी को सही ठहराने और सबूत कत्ल की टाइमिंग  को लेकर. इस तस्वीर की कहानी ये है कि हरियाणा के देवेंद्र अपनी पत्नी के साथ मेघालय घूमने गए थे. तीन हजार स्टेप नीचे जाकर उन्हें भी वही झरना देखना था, जिसे टूरिस्ट देखने के लिए यहां आते हैं. जब ये वीडियो रिकॉर्ड हुआ तब देवेंद्र नीचे की तरफ जा रहे थे. जबकि तीनों कातिल नीचे से ऊपर की तरफ आ रहे थे. यानि तीनों कातिल झरना देखने के बाद अब लौट रहे थे. जब ये तीनों देवेंद्र के कैमरे में कैद हुए तब सुबह के 9 बजकर 25 मिनट हुए थे.

20 मिनट बाद 23 मई सुबह के 9 बजकर 45 मिनट
अनजाने में तीनों कातिल कैद होकर ऊपर की तरफ निकल चुके थे. अब देवेंद्र नीचे की तरफ आगे बढ़ रहे थे. करीब 20 मिनट बाद जब वो नीचे की तरफ उतर रहे थे, तभी उनके कैमरे में इत्तेफाकन एक बार फिर से दो अजनबी रिकॉर्ड हो जाते हैं. ये दोनों कोई और नहीं सोनम और राजा रघुवंशी थे. यानि कत्ल की असली मास्टरमाइंड अपने पति राजा से एक कदम आगे चल रही थी. जबकि राजा का कत्ल करने जा रहे उसके तीनों कातिल उससे 20 मिनट आगे चल रहे थे.

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उस वीडियो को ध्यान से देखिए अनजाने में रिकॉर्ड हुए उस वीडियो में एक शख्स धीरे धीरे नीचे की तरफ जा रहा है. जबकि सामने से दो लोग ऊपर की तरफ आ रहे हैं. आगे-आगे एक लड़की है जो चढ़ाई चढ़ने के लिए हाथ में एक डंडा लिए हुए है. उसके दूसरे हाथ में एक पॉलिथिन में कुछ सामान और शायद कपड़े भी हैं. लड़की ने सफेद शर्ट और ब्लैक ट्राउजर पहना हुआ है. आगे की तरफ गले में एक छोटा सा बैग भी लटका है. इस लड़की के पीछे पीछे एक लड़का चल रहा है. लड़के ने सफेद बनियान और ब्लैक पैंट पहन रखी है. कंधे पर कुछ कपड़े भी हैं. जबकि बाएं हाथ में पानी की दो बोतले हैं. देवेंद्र सिंह के कैमरे में ये दोनों बाकायदा कैमरे में क्रॉस करते हुए पीछे से भी नजर आते हैं. फ्रेम में एक और लड़का भी नजर आता है. ये भी वीडियो शूट कर रहा है.

वो लड़की सोनम है और पीछे पीछे चल रहा लड़का राजा. देवेंद्र सिंह चढाई से नीचे की तरफ उतर रहा है. जबकि सोनम और राजा ऊपर की तरफ जा रहे हैं. ये वही चढ़ाई है जहां तक जाने के लिए करीब 3 हजार स्टेप चलना पड़ता है. 23 मई की दोपहर इसी चढ़ाई पर चढ़ते हुए लगभग डेढ़ बजे के आसपास सोनम और राजा इस जगह पहुंचे थे. यहां पर एक टूरिस्ट स्पॉट है. सेल्फी प्वॉइंट भी. नीचे गहरी खाई के ऊपर इस जगह ऊंची ऊंची रेलिंग लगा दी गई है. ये वही जगह है जहां पर 23 मई की दोपहर राजा का कत्ल हुआ था. 

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असल में यहां तक आने की खबर सोनम तीनों कातिलों को पहले ही दे चुकी थी. कातिल यहां पहले से मौजूद थे. ठीक इसी जगह जब राजा चढ़ाई चढ़ता हुआ थक चुका था तब वो यहां आगे की तरफ वॉशरूम जा रहा था. ठीक तभी तीनों हमलावर राजा पर हमला कर देते हैं. सोनम यहीं राजा से कुछ दूरी पर खड़ी थी. वो अपनी आंखों के सामने राजा को मरते हुए देख रही थी. और खुद मरने से पहले राजा भी सोनम को इस रूप में देखकर शायद जान चुका था कि उसकी जान लेने वाली कोई और नहीं बल्कि 12 दिन पुरानी उसकी दुल्हन है.

अब मेघालय से निकल कर आइए एक बार फिर इंदौर चलते हैं. जहां 11 मई को सोनम और राजा की शादी हुई थी. शादी से एक दिन पहले रिंग सेरेमनी के दौरान राजा और सोनम स्टेज पर एक साथ खड़े थे. साथ में एक होस्ट यानि एंकर था. एंकर राजा और सोनम को तीन तीन वचन उठाने को कहता है. राजा तीनों वचन की हामी तो भर लेता है लेकिन सोनम एक भी वचन नहीं मानती. अब इसे इत्तेफाक कहें या मजाक बीच में एक बार एंकर राजा से ये तक कहता है कि राजा भाई तुम तो गए.

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राजा के मर्डर का क्राइम सीन रिक्रिएशन
उधर, 23 मई को जिस जगह राजा का कत्ल हुआ था, ठीक उसी जगह पर मंगलवार को मेघालय पुलिस राजा के चारों कातिलों यानि राज कुशवाहा, विशाल, आनंद और आकाश को लेकर गई. असल में मेघालय पुलिस कातिलों के जरिए कत्ल के पूरे सीन को रिक्रिएट कर रही थी. वो जानना चाहती थी कि राजा का कत्ल कैसे हुआ और लाश को खाई में कैसे फेंका गया. इसी रिक्रिएशन के दौरान मेघालय पुलिस को पहली बार मंगलवार को पता चला कि कातिलों ने एक नहीं बल्कि कत्ल के लिए तीन तीन दाव खरीदे थे. यानि हर कातिल के पास एक एक तेजधार हथियार दाव था. इस बीच मेघालय पुलिस ने कहा है कि वो सिर्फ लव ट्रांयगल के एंगल से ही नहीं बल्कि कुछ दूसरे एंगल से भी मामले की जांच कर रही है.

मेघालय पुलिस के मुताबिक, फिलहाल की तफ्तीश में उनके पास राजा के कत्ल से जुड़े तमाम ऐसे सबूत हाथ लग चुके हैं जो कातिलों को अदालत में कड़ी से कड़ी सजा दिलाने में में मददगार साबित होंगे.

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