इश्क में छोटी-सी मुस्कान भी जन्नत लगती है और एक नजर भर देख लेना पूरी उम्र का सहारा बन जाता है. लेकिन यही मोहब्बत कभी जन्नत से जहन्नुम बना देती है. कभी यह लोगों को जीने की वजह देती है और कभी खून-खराबे का कारण बन जाती है.
इसका कई बार तो सुखद, तो कई बार बहुत दुखद अंत होता है. हम दो ऐसी कहानियां आपके सामने रख रहे हैं जो दिखाती हैं कि मोहब्बत अगर हद से गुजर जाए तो उसका अंजाम कितना खौफनाक हो सकता है. एक कहानी है झारखंड के बोकारो की किरण कुमारी की और दूसरी कहानी है दिल्ली के न्यू अशोक नगर की एक लड़की की.
पहली कहानी...
झारखंड सीआईडी ने सत्येंद्र कुमार नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. उस पर आरोप है कि उसने अपनी प्रेमिका किरण कुमारी को चलती ट्रेन से धक्का दे दिया था. यह घटना 18 मार्च 2020 की है, जब बोकारो से अपने मायके से निकली किरण हमेशा के लिए गुम हो गई. सीआईडी की जांच में सामने आया कि सत्येंद्र और किरण का अफेयर था.
दोनों एक ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनी में काम करते हुए करीब आए थे. 18 मार्च को दोनों ट्रेन से उत्तर प्रदेश जा रहे थे. लेकिन रास्ते में शादी को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि बहस ट्रेन के दरवाज़े तक पहुंच गई. गुस्से में सत्येंद्र ने किरण को धक्का दे दिया.
किरण अपने पति से अलग रह रही थी और गुजारा भत्ते के लिए अदालत में केस लड़ी रही थी. अदालत ने उसके पक्ष में फैसला भी दिया था, लेकिन उसके पति ने उच्च न्यायालय में अपील कर दी थी. ऐसे हालात में किरण शादी को लेकर जल्दबाजी नहीं करना चाहती थी. लेकिन यही इनकार उसकी जान पर भारी पड़ गया.
आरोपी ने किरण का मोबाइल अपने पास रख लिया और उसका इस्तेमाल करने लगा. परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन बोकारो पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के बावजूद सबूतों के अभाव का हवाला देकर छोड़ दिया. पांच साल बाद सीआईडी ने आरोपी को गिरफ्तार किया है.
दूसरी कहानी...
दिल्ली के न्यू अशोक नगर की ये कहानी भी दिल दहला देने वाली है. अर्जुन कुमार उर्फ भोला नामक युवक अपनी प्रेमिका से शादी करना चाहता था. लेकिन लड़की ने इनकार कर दिया. उसका रिश्ता उसके घरवालों ने दूसरी जगह तय कर दिया था. इसी इनकार ने भोला को हैवान बना दिया. 16 नवंबर 2017 को उसने अपनी प्रेमिका को बेरहमी से चाकुओं से गोदा और फिर गला रेतकर मार डाला.
वारदात के बाद कमरे को बंद कर फरार हो गया. लड़की का शव अगले दिन उसी कमरे से बरामद हुआ, जिसमें आरोपी किराए पर रहता था. ये कमरा पीड़ित लड़की के पिता ने ही किराए पर दिया था.
इसके बाद अर्जुन नेपाल भाग गया, जहां उसने एक और जघन्य हत्या कर दी. अपने दोस्त की प्रेमिका की मां का गला रेतकर उसने जान ले ली. वहां की अदालत ने उसे 25 साल जेल की सजा सुनाई. लेकिन हाल ही में नेपाल में हुए 'जेन जी' विरोध प्रदर्शनों के दौरान वह जेल से भाग निकला. भारत लौटने की कोशिश करते हुए अर्जुन को बिहार के रक्सौल बॉर्डर पर गिरफ्तार कर लिया गया.
उस पर दिल्ली पुलिस ने पहले ही एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था. पुलिस ने जब उससे कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने अपने दोनों गुनाह कुबूल कर दिया. इसके बाद दिल्ली पुलिस को सूचित किया गया.
इश्क से इंसाफ तक
दोनों केस अलग-अलग जगहों के हैं, लेकिन कहानी एक जैसी है. दोनों लड़कियां प्यार के नाम पर धोखा खा गईं. एक को ट्रेन से धक्का देकर मौत के हवाले किया गया और दूसरी को गला रेतकर मार डाला गया. दोनों ही मामलों में कातिल प्रेमी वारदात के फरार हो गए. लंबे समय तक कानून से बचते रहे, लेकिन कहते हैं ना कि कानून के हाथ लंबे होते हैं. एक को पांच तो दूसरे को आठ साल बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
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