रंगदारी मामले में RJD विधायक ने अदालत में किया सरेंडर, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए

दानापुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले राजद विधायक रीतलाल यादव और उनके तीन साथियों - चिक्कू यादव, पिंकू यादव और श्रवण यादव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.

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RJD विधायक रीतलाल ने खुद अदालत में सरेंडर कर दिया RJD विधायक रीतलाल ने खुद अदालत में सरेंडर कर दिया

aajtak.in

  • पटना,
  • 18 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 1:42 AM IST

बिहार के पटना जिले की एक अदालत ने गुरुवार को राजद विधायक रीतलाल यादव और उनके तीन साथियों को रंगदारी के मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. MLA यादव और उनके साथियों ने गुरुवार दिन में दानापुर अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था.

दानापुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले राजद विधायक रीतलाल यादव और उनके तीन साथियों - चिक्कू यादव, पिंकू यादव और श्रवण यादव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.

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दानापुर अदालत में पत्रकारों से बात करते हुए MLA रीतलाल यादव ने कहा कि वो एक राजनीतिक साजिश का शिकार हैं. उनकी जान को खतरा है. उनकी हत्या हो सकती है. अगर वो जिंदा रहे, तो जमानत के लिए कागजात दाखिल करेंगे. कुछ अधिकारी हैं जो उनके खिलाफ हैं. उन्होंने दोहराया कि उनकी जान को खतरा है.

RJP विधायक ने आरोप लगाया, 'पिछले कई महीनों से मुझे खत्म करने की साजिश रची जा रही थी. कुछ अधिकारियों ने मुझे मारने के लिए मेरे प्रतिद्वंद्वियों को एक अत्याधुनिक हथियार उपलब्ध कराया था.' 

पीटीआई से बात करते हुए पटना-पश्चिम के पुलिस अधीक्षक शरत आर एस ने कहा कि रीतलाल यादव और उनके साथियों ने पटना में दानापुर अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है और अन्य कार्यवाही चल रही है. एसपी ने कहा, 'वो और उसके साथी जबरन वसूली के एक मामले में वांछित थे.' 

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बिहार पुलिस ने 11 अप्रैल को जबरन वसूली मामले की जांच के तहत राजद विधायक और उनके करीबी सहयोगियों से संबंधित कई स्थानों पर तलाशी ली थी.  यह कार्रवाई पटना के एक बिल्डर की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद की गई थी. 

शिकायतकर्ता (बिल्डर) ने आरोप लगाया कि उसे पिछले कई दिनों से आरोपियों की ओर से जबरन वसूली और जान से मारने की धमकी भरे फोन आ रहे थे. यह भी आरोप है कि आरोपियों ने एक संपत्ति से संबंधित कुछ दस्तावेजों में जालसाजी की है.

पटना पुलिस ने 11 अप्रैल को कहा था, 'शिकायतकर्ता पटना के खगौल इलाके में एक अपार्टमेंट का निर्माण कर रहा था. तलाशी के दौरान पुलिस ने कई आपत्तिजनक दस्तावेज और सामग्री जब्त की, जिसमें 10 लाख रुपये नकद, 77 लाख रुपये के चेक, छह खाली चेक, संपत्तियों की बिक्री और खरीद से संबंधित 14 डीड दस्तावेज और 17 चेक बुक शामिल हैं.' 11 अप्रैल को जब पटना में तलाशी ली गई तो सभी आरोपी फरार थे.

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