उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में पत्रकार दिलीप सैनी की हत्या में शामिल दो मुख्य संदिग्ध बुधवार को एक मुठभेड़ के दौरान पुलिस के हत्थे चढ़ गए. पुलिस ने उन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों संदिग्ध आरोपी आपस में सगे भाई बताए जा रहे हैं. पुलिस ने उनके कब्जे से हथियार और कारतूस भी बरामद किए हैं. आरोपी को पैर में गोली भी लगी है.
फतेहपुर जिले के अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) विजय शंकर मिश्रा ने इस मामले में जानकारी देते हुए पीटीआई को बताया कि पुलिस की टीम वहीदापुर गांव के पास चेकिंग कर रही थी. दोनों संदिग्ध कार लेकर वहां से गुजर रहे थे. तभी पुलिस ने उन दोनों भाइयों की कार को रोकने का प्रयास किया.
एएसपी के मुताबिक, अनुराग तिवारी उर्फ अन्नू (44) और आलोक तिवारी उर्फ अक्की (42) ने अपनी कार रोकने के बजाय पुलिस टीम पर अचानक गोली चला दी. ये देखकर पुलिस अलर्ट हो गई और जवाबी कार्रवाई की. पुलिस की फायरिंग में एक आरोपी के पैर में गोली लग गई.
अपर पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्रा ने बताया कि इसके बाद पुलिस ने उन दोनों भाईयों को दबोच लिया. उनकी कार की तलाशी लेने पर उनके पास से देसी पिस्तौल और कारतूस जब्त किए गए हैं.
आपको बता दें कि फतेहपुर के सदर कोतवाली क्षेत्र में 30 अक्टूबर को चाकू से हमला कर पत्रकार दिलीप सैनी की हत्या कर दी गई थी. एएसपी ने बताया कि इस घटना के संबंध में नौ व्यक्तियों और छह अज्ञात संदिग्धों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
नगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक तारकेश्वर राय ने बताया कि इससे पहले 2 नवंबर को पांच संदिग्धों अंकित तिवारी (25), बबलू उर्फ जितेंद्र पटेल (32), विपिन शर्मा (35), चिक्कन उर्फ आशीष कुमार (33) और राजस्व लिपिक सुनील राणा को गिरफ्तार किया गया था.
एएसपी मिश्रा ने बताया कि बाकी बचे दो संदिग्धों और छह अज्ञात व्यक्तियों की तलाश अभी जारी है. पुलिस ने शुरू में हत्या के पीछे पैसे के लेनदेन से जुड़े संपत्ति विवाद को कारण बताया था.
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