संभल दंगे के मुख्य 'साजिशकर्ता' शारिक साटा पर कसा शिकंजा, जल्द जारी होगा रेड कॉर्नर नोटिस

संभल में दंगों की साजिश रचने वाला शारिक साटा अब इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस की गिरफ्त में आने वाला है. तीन दशक से अपराध की दुनिया में सक्रिय साटा पर 60 से ज्यादा केस दर्ज हैं. यूपी पुलिस, सीबीआई और इंटरपोल मिलकर इस फरार आरोपी को दुनिया के किसी भी कोने से पकड़ने की तैयारी में हैं.

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सांप्रदायिक दंगों की साजिश रचने वाले शारिक पर यूपी पुलिस की बड़ी कार्रवाई. (File Photo: ITG) सांप्रदायिक दंगों की साजिश रचने वाले शारिक पर यूपी पुलिस की बड़ी कार्रवाई. (File Photo: ITG)

aajtak.in

  • संभल,
  • 26 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 7:04 PM IST

उत्तर प्रदेश के संभल में पिछले साल हुए सांप्रदायिक दंगों के साजिशकर्ता शारिक साटा पर अब पुलिस का शिकंजा कसने जा रहा है. यूपी पुलिस ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने रविवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए सीबीआई और इंटरपोल से समन्वय किया जा रहा है.

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शारिक साटा पिछले साल 24 नवंबर को संभल में हुए दंगों की जांच में मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर सामने आया था. उस दिन शहर में माहौल तब बिगड़ गया जब स्थानीय लोग शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर सुरक्षा बलों से भिड़ गए थे. कोर्ट ने उस जगह का सर्वे कराने का आदेश दिया था, क्योंकि दावा किया गया था कि जहां मस्जिद है, वहां पहले हरिहर मंदिर हुआ करता था.

उस दिन हिंसा बेकाबू हो गई थी. चार लोगों की मौत हुई और दर्जनों लोग घायल हो गए. पुलिस के 29 जवानों को भी चोटें आईं. इस पूरे विवाद की जड़ 19 नवंबर 2023 को दायर एक याचिका से जुड़ी थी, जिसमें वकील हरि शंकर जैन और विष्णु शंकर जैन सहित हिंदू पक्ष ने अदालत में दावा किया था कि शाही जामा मस्जिद एक प्राचीन मंदिर के ऊपर बनाई गई थी. 

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कोर्ट के आदेश पर पहले 19 नवंबर को सर्वे कराया गया, फिर 24 नवंबर को दूसरा सर्वे हुआ. यही वह दिन था जब तनाव हिंसा में बदल गया. पुलिस जांच में शारिक साटा की भूमिका मुख्य सूत्रधार के रूप में उभरी है. एसपी ने बताया कि वो कई साल पहले देश छोड़कर भाग गया था. कई बार पुलिस ने उसके संभावित ठिकानों पर छापे मारे, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है. 

आखिरकार पुलिस ने उसके घर पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 84 के तहत नोटिस चिपका दिया. उसके खिलाफ पहले ही एक लुकआउट सर्कुलर जारी किया जा चुका है, ताकि वह किसी भी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से भाग न सके. अब अगला कदम इंटरपोल के जरिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराना है. यह नोटिस इंटरपोल के जरिए दुनिया भर की पुलिस और जांच एजेंसियों को भेजा जाएगा. 

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, शारिक साटा पिछले करीब 30 वर्षों से अपराध की दुनिया में सक्रिय है. उस पर 60 से अधिक केस दर्ज हैं, जिनमें वाहन चोरी, संगठित अपराध और दिल्ली-एनसीआर में अपराध नेटवर्क चलाने के आरोप शामिल हैं. गैंगस्टर एक्ट की धारा 15 के तहत पुलिस ने उसकी लगभग 2 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति पहले ही जब्त कर ली है. उसकी बाकी अवैध संपत्तियों की तलाश जारी है. 

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