70 हजार में 'खरीदी' पत्नी, बिना बताए मायके जाने से नाराज पति ने किया मर्डर, जंगल में फेंक दी लाश

दिल्ली में एक शख्स ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर खरीदी हुई पत्नी की हत्या की और उसकी लाश को जंगल में फेंक दिया. हालांकि, पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद हत्याकांड को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

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सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर

अरविंद ओझा

  • नई दिल्ली,
  • 10 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 2:58 PM IST

दिल्ली में एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है. एक शख्स ने पहले तो 70 हजार रुपए में खुद के लिए पत्नी खरीदी. फिर जब महिला बिना बताए अक्सर अपने मायके जाने लगी तो गुस्सा में आकर उसका मर्डर कर दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने लाश को ठिकाने लगाने के लिए प्लान बनाया और बॉडी को जंगल में फेंक दिया.

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पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए इस हत्याकांड का खुलासा किया है. डीसीपी साउथ चंदन चौधरी ने एजेंसी को बताया कि शनिवार को पुलिस के पास एक कॉल आया. फोन करने वाले ने बताया कि दिल्ली के फतेहपुर बेरी इलाके के जंगल में एक महिला की लाश मिली है. सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और बॉडी को अपने कब्जे में ले लिया. 

गाड़ियों को सर्विलांस में लेकर की जांच

जंगल से इस तरह लाश मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत ही मामले की पड़ताल शुरू कर दी. जांच में पुलिस ने एक तरफ उस इलाके से गुजरने वाले वाहनों को सर्विलांस में लिया तो वहीं दूसरी तरफ तकनीक का सहारा लेते हुए भी पड़ताल शुरू की गई. शुरुआती इंवेस्टिगेशन में पता चला कि उस इलाके से शनिवार रात करीब 1.40 बजे एक ऑटो गुजरा है.

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सबसे पहले अरेस्ट हुआ ऑटो चालक

पुलिस ने जब ऑटो का रूट ट्रैक किया तो जल्द ही उसका रजिस्ट्रेशन नंबर भी मिल गया. पड़ताल में सामने आया कि इस ऑटो को दिल्ली के छतरपुर के गदईपुर बांध रोड इलाके में रहने वाला अरुण चलाता है. जब उससे पूछताछ की गई तो उसने एक के बाद एक राज उगलने शुरू कर दिए. अरुण ने बताया कि जिस महिला की लाश पुलिस को मिली है, उसका नाम स्वीटी है और वह धरमवीर नाम के शख्स की पत्नी थी.

जंगल को अच्छी तरह से जानता था अरुण

अरुण ने पुलिस को बताया कि उसने अपने बहनोई धरमवीर और सत्यवान के साथ मिलकर स्वीटी की हत्या की है. तीनों ने दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर के पास नांगलोई इलाके में गला दबाकर स्वीटी का मर्डर किया और फिर उसकी लाश को जंगल में फेंक दिया. अरुण ने आगे बताया कि उसे इस जंगल के बारे में अच्छी तरह से पता था. इसलिए लाश को ठिकाने लगाने के लिए इस इलाके को चुना गया. 

पत्नी के पर्ताव से खुश नहीं था धरमवीर

हत्या का कारण बताते हुए अरुण ने कहा,'धरमवीर अपनी पत्नी के व्यवहार से खुश नहीं था. स्वीटी अक्सर बिना बताए कई महीनों के लिए अपने मायके चली जाती थी. दरअसल, धरमवीर ने स्वीटी को 70 हजार रुपए देकर खरीदा था, इसलिए उसके परिवार के बारे में किसी को कुछ भी नहीं पता था. स्वीटी भी अपने परिवार के बारे में कभी बात नहीं करती थी. उसने सिर्फ इतना बता रखा था कि वह बिहार के पटना की रहने वाली है.'

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महीनों तक कहां गायब रहती थी स्वीटी?

मामले की जांच अभी जारी है. पुलिस ने हत्या के साथ-साथ इस मामले में सबूत मिटाने का केस भी दर्ज किया है. मर्डर में इस्तेमाल किया गया ऑटो भी पुलिस के कब्जे में है. अब तक की पड़ताल में यह पता चला है कि आरोपी स्वीटी को यह कहकर अपने साथ ले आए थे कि वह उसे रेलवे स्टेशन छोड़ देंगे. पुलिस अब उस शख्स को भी तलाश रही है, जिससे धरमवीर ने स्वीटी को खरीदा था. हालांकि, इस मामले में एक बड़ा सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि महीनों तक घर से दूर रहने के दौरान स्वीटी कहां जाती थी.

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