दिल्ली में स्कूली छात्रा से छेड़छाड़ कर भाग निकले ऑटो ड्राइवर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी को पकड़ना आसान नहीं था. उसकी ऑटो का नंबर भी पीड़िता के पास नहीं था. लिहाजा, पुलिस ने पीड़िता से हर एक जानकारी पूछी और इसके बाद सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले. आखिरकार आरोपी के ऑटो नंबर का पता लगा लिया.
पुलिस ने बताया कि घटना 30 सितंबर की है. दोपहर करीब 1.43 बजे छात्रा साकेत में अपने स्कूल से निकली. यहां से उसने लाजपत नगर दिल्ली में अपनी मां से मिलने जाने के लिए ऑटो किया. रास्ते में ड्राइवर ने छात्रा के साथ बुरा बर्ताव करते हुए उस पर गंदे कमेंट किए और गलत तरीके से छुआ.
पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज कर पुलिस ने शुरू की जांच
घबराई छात्रा किसी तरह लाजपत नगर मेट्रो स्टेशन के पास ऑटो से उतर गई. मौका पाकर ऑटो ड्राइवर भी वहां से फरार हो गया. मामले में साकेत पुलिस थाने में उसी दिन आईपीसी की धारा 354, 509 और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी थी.
आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम बनाई गई. टीम ने घटनास्थल के रास्ते के हर सीसीटीवी फुटेज को जुटाया और देखा. कड़ी मेहनत के बाद टीम ने ऑटो का नंबर पता लगा लिया. उसके आधार पर आरोपी का पता निकाला गया. टीम ने दिल्ली के त्रिलोकपुरी में दबिश दी. मगर, उस पते पर कोई नहीं मिला.
फिर फाइनेंस कंपनी से निकाली ऑटो की डिटेल
इसके बाद उस फाइनेंस कंपनी से जानकारी हासिल की गई, जिससे ऑटो का लोन हुआ था. 11 अक्टूबर को इस बारे में मिली जानकारी के आधार पर शाम 5.30 बजे पुलिस की टीम ने खानपुर रेड लाइट एरिया में जाल बिछाया. टीम रास्ते से गुजरने वाले हर ऑटो की जांच कर रही थी.
करीब एक घंटे बाद खानपुर से बदरपुर की तरफ जाने वाला वही ऑटो मिल गया, जो सीसीटीवी की फुटेज में संदिग्ध के रूप में चिह्नित किया गया था. पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, तो ड्राइवर रफ्तार बढ़ाकर भागने लगा. पुलिसकर्मियों ने किसी तरह से ऑटो रोक कर आरोपी ड्राइवर को पकड़ लिया.
वारदात में इस्तेमाल ऑटो पुलिस ने किया जब्त
आरोपी की शिनाख्त शाहरुख के रूप में की गई है. वह 25 साल का है और दिल्ली के अंबेडकर नगर का रहने वाला है. वह पढ़ा लिखा नहीं है और अंबेडकर नगर, संगम विहार, चिराग दिल्ली एरिया में ऑटो चलाता है. उसने पूछताछ में अपना गुनाह कुबूल किया है. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर घटना में इस्तेमाल ऑटो को जब्त कर लिया है.
अरविंद ओझा