दिल्ली पुलिस ने महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ़ ऑर्गनाइज़्ड क्राइम एक्ट यानी MCOCA के तहत एक ऑर्गनाइज़्ड क्राइम सिंडिकेट के किंगपिन को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की पहचान राजेश शर्मा उर्फ विवेक के रूप में हुई है. वो स्वरूप नगर का है. वो एक संगठित आपराधिक गिरोह का सरगना था, जो 10 साल से दिल्ली-एनसीआर में आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय था.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि राजेश शर्मा पर लूट, डकैती, मर्डर, किडनैपिंग और सरकारी कर्मचारियों पर हमले जैसे गंभीर आरोप हैं. यह सिंडिकेट पूरी पैसों की उगाही का काम करता था. हिंसा, जबरदस्ती और डर के जरिये लोगों की प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लिया करता था. इस आपराधिक नेटवर्क की वजह से शहर के कई इलाकों में दहशत का माहौल बना हुआ था.
लोग डर के कारण शिकायत तक दर्ज कराने से बचते थे, जिसका फायदा उठाकर सिंडिकेट लगातार अपना दायरा बढ़ा रहा था. राजेश शर्मा आदतन अपराधी बताया जा रहा है. उसके खिलाफ दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कुल 19 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज केस भी शामिल हैं, जो उसकी आपराधिक प्रवृत्ति को और गंभीर बनाते हैं.
पुलिस के मुताबिक, लंबे समय से राजेश शर्मा की तलाश की जा रही थी, लेकिन वो गिरफ्तारी से बचता रह रहा था. बार-बार नोटिस भेजे जाने के बावजूद जांच में शामिल नहीं होता था. इसके बाद 18 नवंबर को उसके खिलाफ नॉन-बेलेबल वारंट जारी किए गए और 2 दिसंबर को प्रोक्लेमेशन प्रोसीडिंग्स शुरू की गईं. 15 दिसंबर को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तारी के बाद उसको पुलिस कस्टडी में लिया गया, ताकि पूरे सिंडिकेट की जड़ तक पहुंचा जा सके. पुलिस कस्टडी के दौरान सिंडिकेट के दूसरे सदस्यों का पता लगाने के लिए कई सर्च ऑपरेशन चलाए गए. 19 दिसंबर को MCOCA के सेक्शन 18 के तहत आरोपी का कन्फेशनल स्टेटमेंट भी रिकॉर्ड किया गया, जिसे जांच के लिहाज से अहम माना जा रहा है.
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