New Year Saving Tips: 'गरीब' नहीं रहना चाहते हैं तो करें ये एक काम, फिर किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी

अगर आप साल-दर-साल गरीब के गरीब ही नहीं रहना चाहते हैं तो नए साल से बचत की शुरुआत सबसे पहले कर दें. शुरुआत केवल आमदनी की 10 फीसदी हिस्से से करें. लेकिन धीरे-धीरे इस बढ़ाकर 30 फीसदी लेकर जाएं, फिर किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

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नए साल करें निवेश की शुरुआत (Photo: File) नए साल करें निवेश की शुरुआत (Photo: File)

अमित कुमार दुबे

  • नई दिल्ली,
  • 14 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 4:55 PM IST

कुछ लोगों के लिए साल बदल जाते हैं. लेकिन हालात नहीं बदलते. जिस तरह आर्थिक तंगी से मौजूदा साल में जूझ रहे थे. ठीक इसी तरह के हालात पिछले साल भी थे. अगर समय रहते फैसले नहीं लिए तो आने वाला साल भी उसी तरह का रहने वाला है. 

क्या आप नहीं चाहते हैं कि आने वाला साल आपके लिए नई खुशियां लेकर आए? गरीबी आप खुद दूर कर सकते हैं. जिससे आप पीछे कई सालों से जूझते आए हैं. अगर हालात बदलने हैं तो फैसले खुद लेने होंगे, और उस रास्ते पर चलना भी होगा, शुरुआत में थोड़ी दिक्कतें आएंगी. लेकिन कुछ वक्त के बाद हालात जरूर बदलेंगे, खासतौर पर आर्थिक परेशानियां थोड़ी दूर हो जाएंगी.

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आज हम आपको बताने वाले हैं कि कैसे आप नए साल में केवल एक फैसले लेकर आर्थिक तौर अपनी स्थिति को सुधार सकते हैं. दरअसल, इंसान की इच्छाएं कभी पूरी नहीं होती हैं. लेकिन इच्छाएं पूरी करने के लिए फैसले लेने पड़ते हैं. अगर आर्थिक तंगी को दूर करना चाहते हैं तो फिर भीड़ से हटकर आपको सोचना पड़ेगा.

खर्च पर लगाम जरूरी 

सबसे पहले आमदनी और खर्च के बीच तालमेल बिठाएं. इसके लिए जरूरी नहीं है कि आमदनी बहुत ज्यादा होनी चाहिए. जितनी भी आय से उसी से शुरुआत कर सकते हैं, इंतजार में वक्त निकल जाता है वो वक्त कभी वापस नहीं आता, जो बीत गया. इसलिए नए साल में बचत को अपनी पहली प्राथमिकता बनाएं, उसके बाद बाकी चीजों पर फोकस करें. अब आपके कहेंगे कि ये कैसे संभव है? 

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मान के चलिए अभी आपकी सैलरी (Salary) या आमदनी (Income) हर केवल 20 हजार रुपये है. इसमें आप किसी तरह से घर के खर्चे चला पा रहे हैं तो अगले साल बचत कैसे करेंगे? ये आपका सवाल हो सकता है. आपको गांठ बांध लेना है कि आपकी सैलरी 20 हजार नहीं, 18000 रुपये है. सैलरी आते ही उसमें 2 हजार रुपये निवेश के लिए अलग कर दें या फिर तुरंत म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में SIP कर दें. 

शुरुआत में 10 फीसदी से करें शुरुआत

बाकी बचे 18 हजार रुपये में ही सभी खर्चे निपटें, ये तब संभव होगा जब आप ये सोच लेंगे कि किसी कारण आपकी सैलरी घटकर 18 हजार रुपये हो गई, अब इसी में गुजारा करना है. फालतू खर्चों पर थोड़ा लगाम लगाएं, आप आसानी से हर महीने 2 हजार रुपये बचा लेंगे. आप महीनेभर में जो खर्च करते हैं, उसकी एक लिस्ट बनाएं. उसमें तय करें कि कौन-सी ऐसी चीजें हैं, जिसे नहीं खरीदने पर भी घर आसानी से चल सकता है. फिर लिस्ट में उसे काट दें और बाकी महीनेभर के सामानों को एक साथ खरीदने की कोशिश करें. 

एक साल में दिखने लगेगा परिणाम

शुरुआत के 6 महीने में आपकी थोड़ी समस्या होगी, लेकिन जब साल 2024 आएगा तो आपके पास जमापूंजी के तौर पर मूलधन 24 हजार रुपये और उसपर कम से कम 12 फीसदी का ब्याज होगा. वहीं नौकरी पेशा लोगों की हर साल सैलरी में बढ़ोतरी होती है. सैलरी में बढ़ोतरी के साथ ही निवेश की राशि को भी बढ़ाते रहें. इस तरह जब आप हर साल निवेश की राशि को बढ़ाते जाएंगे तो आप बेसब्री से नए साल का इंतजार करेंगे. क्योंकि निवेश की राशि ब्याज के साथ जुड़कर साल-दर-साल एक बड़ा फंड बनता जाएगा. 5 साल के बाद आपके पास करीब 2 लाख रुपये जमा हो जाएगा. जिससे आप आर्थिक मोर्चे पर थोड़ी राहत महसूस करेंगे. क्योंकि अभी आपके पास जमापूंजी के नाम पर कुछ भी नहीं हैं. जो भी कमा रहे हैं, खा-पीकर बराबर कर दे रहे हैं. 

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लेकिन जब धीरे-धीरे सेविंग की आदत पड़ जाएगी, तो 10 साल में आपकी आर्थिक स्थिति बदल जाएगी. निवेश का फंड एक बड़ा सहारा बन जाएगा. मुसीबत में आप इन पैसों का इस्तेमाल कर पाएंगे. इसलिए अगर साल-दर-साल गरीब के गरीब ही नहीं रहना चाहते हैं तो नए साल से बचत की शुरुआत सबसे पहले कर दें. शुरुआत केवल आमदनी की 10 फीसदी हिस्से से करें. लेकिन धीरे-धीरे इस बढ़ाकर 30 फीसदी लेकर जाएं, फिर किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

गौरतलब है कि कुछ लोगों के हालात इसलिए नहीं बदल पाते हैं, कि वो तुरंत फैसले नहीं ले पाते. खासकर जब बचत की बात होती है. वहीं कुछ लोगों का ये तर्क होता है कि अभी आमदनी कम और खर्चे ज्यादा है. इसलिए जब आमदनी बढ़ जाएगी, तब कुछ पैसे बचाकर निवेश करेंगे. लेकिन यकीन मानिए.. ऐसे लोगों का सालों-साल इस इंतजार में कट जाते हैं और सेविंग के नाम पर उनके पास एक चवन्नी भी नहीं होता. 
 

(नोट: शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें)

 

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