धीरेंद्र को कैश की जरूरत थी, वो अपने घर से निकले और सीधे केनरा बैंक (Canara Bank) के ATM पहुंचे, उन्हें 7000 रुपये निकालना था, ATM में कार्ड स्वैप किया, और फिर सही से पिन डाला, 15 सेकंड इंतजार भी किया... लेकिन पैसा नहीं निकला. धीरेंद्र परेशान हो गए, क्योंकि तुरंत SBI से मैसेज आ गया कि आपके अकाउंट से 7000 रुपये डेबिट हो गया. धीरेंद्र का सेविंग अकाउंट SBI में है.
लखनऊ निवासी धीरेंद्र ही नहीं, किसी के साथ भी ऐसी घटना होने पर वो परेशान हो जाएगा. क्योंकि पैसा भी नहीं मिला और अकाउंट से भी कट गया. धीरेंद्र को लगा कि शायद बैंकिंग सिस्टम में कोई Error है, अगले कुछ घंटे में पैसे वापस आ जाएंगे. 24 घंटे बीत गए, 48 घंटे भी बीत गए, लेकिन अमाउंट बैंक में क्रेडिट नहीं हुआ.
जिम्मेदारी से भाग रहा था बैंक
धीरेंद्र ने पहले केनरा बैंक के ATM डिपार्टमेंट से संपर्क किया, उन्हें कहा गया कि आप अपने बैंक से संपर्क कीजिए, धीरेंद्र ने बताया लगातार तीन बार SBI में इस मामले को लेकर शिकायत की गई, लेकिन कोई समाधान ने निकला. फिर इस मामले को लेकर वो SBI के ब्रांच के मैंनेजर के पास भी पहुंचे, वहां भी कोई एक्शन नहीं हुआ. अपनी शिकायत में धीरेंद्र लगातार बताते रहे, ATM से पैसा निकला ही नहीं, ATM से लगे CCTV कैमरे इसके सबूत हैं. फिर बैंक उनकी समस्या का समाधान कोई नहीं कर रहा है. उन्होंने बैंक स्टैटमेंट भी सबूत के तौर पर दिया, जिसमें 7000 रुपये डेबिट होने का जिक्र था.
सवाल ये उठता है कि फिर पैसा कहां चला जाएगा? जिसका पैसा था, उसे मिला नहीं, जिसको जवाब देना था, वो जिम्मेदारी से बच रहे थे. धीरेंद्र को कुछ सूझ नहीं रहा था कि अब क्या किया जाए, बैंक तो उनकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं ले रहा था. उसके बाद धीरेंद्र ने पूरे मामले की RBI से शिकायत की. ई-मेल में धीरेंद्र ने सबूत के साथ बैंक से ढुलमुल रवैये का भी जिक्र किया. ये मामला अगस्त- 2025 का था, धीरेंद्र ने बताया कि कैसे लगातार शिकायत के बाद भी बैंक ने ग्राहक की मदद नहीं की. अभी तक उनका पैसा नहीं लौटाया गया है.
RBI का चला डंडा
फिर RBI की फोरम ने इस मामले की जांच की, और पाया कि सही में धीरेंद्र को अपने ही पैसे पाने के लिए परेशानी उठानी पड़ी रही है. बैंक ने केस को सही से हैंडल नहीं किया. इस मामले को लेकर RBI ने केनरा बैंक को तलब किया, उसके बाद RBI ने मुआवजे के साथ बैंक को 7000 रुपये लौटाने का आदेश दिया. बैंक से कहा गया कि धीरेंद्र के बैंक खाते में 4800 रुपये मुआवजे समेत कुल 11800 रुपये डिपॉजिट किया जाए, क्योंकि बैंक की लापरवाही और कर्मचारियों के ढुलमुल रवैये की वजह से धीरेंद्र को पैसे वापस पाने के लिए करीब 2 महीने तक परेशान होना पड़ा. जिसके बाद Canara Bank ने कुल 11800 रुपये धीरेंद्र के SBI खाते में डिपॉजिट कर दी. फिर SBI ने Email कर धीरेंद्र को इसकी जानकारी दी कि आपकी शिकायत का समाधान हो गया है, और अमाउंट आपके खाते में जमा कर दिया गया है.
अगर आपके साथ भी ऐसी समस्या आती है तो घबराएं नहीं, पहले बैंक से संपर्क करें, अधिकतर मामलों का बैंक से निपटारा हो जाता है, अगर बैंक आपकी शिकायत को गंभीरता से न ले, तो फिर आरबीआई में शिकायत कर सकते हैं.
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आजतक बिजनेस डेस्क