दिल्ली के सबसे प्रतिष्ठित और महंगे इलाकों में से एक सुंदर नगर एक बार फिर एक बड़ी रियल एस्टेट डील को लेकर सुर्खियों में है. दिल्ली के अशोक मित्तल ने 65 करोड़ रुपये की एक प्रॉपर्टी खरीदी है. रियल एस्टेट डेटा एनालिटिक्स फर्म CRE Matrix के दस्तावेजों के अनुसार, यह बंगला 866 वर्ग गज के प्लॉट पर बना है. पहले हिस्से में ग्राउंड फ्लोर और बेसमेंट (कुल 4,846.88 वर्ग फुट) को ₹34 करोड़ में खरीदा गया है, जिसके लिए उन्होंने ₹2.38 करोड़ की स्टाम्प ड्यूटी चुकाई. दूसरे हिस्से में, उन्होंने पहला फ्लोर (3,118.62 वर्ग फुट) ₹31 करोड़ में खरीदा, जिसके लिए ₹2.17 करोड़ की स्टाम्प ड्यूटी दी गई, जिससे इस पूरे सौदे की कीमत ₹65 करोड़ हो गई.
दिल्ली का सुंदरनगर वो इलाका है जहां करोड़ों के पुराने बंगले हैं, यहां जब भी कोई डील होती है, तो खबर बन जाती है. आखिर क्या है इस इलाके की खासियत, जहां देश के अरबपति अपने लिए आशियाना लेते हैं. ये इलाका सिर्फ रहने की जगह नहीं बल्कि विरासत और प्रतिष्ठा का प्रतीक है. यहां पुराने बंगलों की चाहत रखने वाले अमीर लोग बड़े-बड़े प्रॉपर्टी डील करते हैं.
सुंदर नगर अपने नाम के मुताबिक अपनी खूबसूरती और हरियाली की वजह से मशहूर है. दिल्ली के प्राइम लोकेशन में बसे इस इलाके की कहानी शुरू हुई आजादी के बाद के शुरुआती सालों में, जब देश की राजधानी दिल्ली का विकास हो रहा था. इसकी भौगोलिक स्थिति ही इसकी खासियत है. सुंदर नगर लुटियंस दिल्ली की सीमा से सटा हुआ है. इसके एक ओर देश की संसद, राष्ट्रपति भवन, और सुप्रीम कोर्ट जैसे राष्ट्रीय संस्थान हैं, तो दूसरी ओर यह पुराना किला, चिड़ियाघर और प्रगति मैदान जैसे महत्वपूर्ण स्थलों से घिरा है.
इस तरह की प्राइम लोकेशन दिल्ली-एनसीआर में कहीं और नहीं है. यहां से प्रमुख सरकारी ऑफिस, व्यावसायिक केंद्रों और दिल्ली के मुख्य रेलवे स्टेशन तक पहुंचने में मिनटों लगते हैं.
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सुंदर नगर में प्रॉपर्टी की कीमतें क्यों आसमान छूती हैं, इसका सीधा जवाब है इसका प्राइम लोकेशन और बड़ा प्लॉट साइज. इस कॉलोनी में ज़मीन के छोटे टुकड़े नहीं हैं. यहां की अधिकतर संपत्तियां 500 वर्ग गज से लेकर 1000 वर्ग गज या उससे भी अधिक के विशाल प्लॉट पर बनी कोठियां हैं. ये कोठियां पुरानी दिल्ली की बेहतरीन निर्माण शैली का जीवंत उदाहरण हैं, जहां आधुनिक इमारतों की ऊंचाई और सघनता को नियंत्रित किया गया है.
नियमों के अनुसार, सुंदर नगर में ऊंची बहुमंजिला इमारतों के निर्माण की अनुमति नहीं है, जिसका अर्थ है कि यहां नए फ्लैट्स की सप्लाई लगभग शून्य है. यही कारण है कि जो कुछ बंगले या प्लॉट बिक्री के लिए उपलब्ध होते हैं, उसके लिए खरीदारों की लाइन लग जाती है.
पिछले कुछ सालों में यहां 900 से 1000 वर्ग गज के बंगलों के सौदे ₹80 करोड़ से लेकर ₹100 करोड़ तक की कीमतों पर हुए हैं. ये सौदे आमतौर पर देश के बड़े उद्योगपतियों, कॉर्पोरेट लीडरों, या कानूनी दिग्गजों द्वारा गोपनीयता बनाए रखते हुए किए जाते हैं. सुंदर नगर की प्रॉपर्टी न केवल रहने की जगह है, बल्कि यह एक 'स्टेटस सिंबल' और निवेश का एक सुरक्षित ठिकाना भी है, जो समय के साथ केवल मूल्य में वृद्धि करता है.
सुंदर नगर अपनी बेहतरीन लाइफस्टाइल के लिए भी जाना जाता है, जो शोरगुल से दूर, एकांत और बेहद सुरक्षित है. यहां की गलियां चौड़ी हैं, फुटपाथ साफ-सुथरे हैं, और आबादी का घनत्व बहुत कम है. यहां एक ऐसी लाइफस्टाइल मिलती है, जहां आप दिल्ली के केंद्र में होते हुए भी शहर के शोर से दूर महसूस करते हैं. इस कॉलोनी में रहने वाले लोग हाईप्रोफ़ाइल हैं. यहां देश के जाने-माने वकील, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश, नौकरशाह, बड़े कॉर्पोरेट घराने के मुखिया और पुराने कारोबारी परिवार मिलेंगे.
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सुंदर नगर की पहचान सिर्फ बंगलों से नहीं है, बल्कि उसके जीवंत बाजार से भी है. सुंदर नगर मार्केट केवल खरीदारी का स्थान नहीं है. यह दिल्ली की कला और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है. यह बाज़ार अपने विंटेज और एंटीक फर्नीचर, उच्च गुणवत्ता वाले पारंपरिक हस्तशिल्प, बेहतरीन आभूषणों की दुकानों और खासकर अपनी प्रसिद्ध आर्ट गैलरीज़ के लिए जाना जाता है.
पिछले कई दशकों से, यह मार्केट कला प्रेमियों, संग्राहकों और पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है. यहां कला प्रदर्शनियां नियमित रूप से आयोजित की जाती हैं, जो इसे एक सांस्कृतिक हब का दर्जा देती हैं.
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