अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एक बार फिर भारत से व्यापार डील को लेकर अपनी बात दोहराई है. उन्होंने कहा कि भारत के साथ जल्द ही बहुत बड़ी डील होने जा रही है. वे अपने सभी व्यापार बाधाओं को हटाना चाहते हैं, जो अकल्पनीय है. व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ एक ऐसे समझौते पर पहुंचेगा, जहां हमें जाने और व्यापार करने का अधिकार होगा.
डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान 9 जुलाई को टैरिफ की डेडलाइन खत्म होने से पहले आई है. ट्रंप ने कहा कि बहुत से देशों से डील हो रही है, जिसमें से एक बड़ी डील भारत से होने वाली है. उन्होंने कहा कि भारत को लेकर हम ऐसे डील पर पहुंचने जा रहे हैं, जहां हमें वहां जाकर व्यापार करने का अधिकार होगा. अभी यह प्रतिबंधित है. आप वहां जा सकते हैं और आप इसके बारे में सोच भी नहीं सकते.
भारत के साथ ऐसा होने जा रहा है, मुझे भरोसा नहीं...
ट्रंप ने आगे कहा कि हम पूरी तरह से व्यापार अवरोध को खत्म करना चाहते हैं, जो अकल्पनीय है. मुझे यकीन नहीं है कि भारत से ऐसा होने जा रहा है. लेकिन इस समय हम भारत जाकर व्यापार करने के लिए सहमत हैं. ट्रंप ने कहा कि वह अगले डेढ़ हफ्ते में एक लेटर भेजकर देशों को बताएंगे कि उन्हें US से क्या टैरिफ रेट चुकानी होगी.
हम जो चाहें कर सकते हैं: ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि 9 जुलाई टैरिफ की कोई डेडलाइन नहीं है. हम जो चाहें कर सकते हैं. हम इसे बढ़ा सकते हैं और इसे कम भी कर सकते हैं. मैं इसे छोटा करना चाहता हूं. मैं सभी को पत्र भेजना चाहता हूं कि बधाई हो आप 25 फीसदी टैरिफ का भुगतान कर रहे हैं. ट्रंप ने कहा कि दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच टैरिफ वॉर के बीच अमेरिका ने चीन के साथ डील पूरी की.
भारत-अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता में रुकावट
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि US राष्ट्रपति ट्रंप का बयान ऐसे वक्त में आया है, जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता ऑटो कलपुर्जों, इस्पात और एग्रीकल्चर वस्तुओं पर Import टैक्स को लेकर असहमति के कारण अटक गई है. भारत प्रस्तावित 26 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ को वापस लेने पर जोर दे रहा है, जो 9 जुलाई से लागू होने वाली है.
अमेरिकी अधिकारी नहीं मान रहे बात
वहीं स्टील और ऑटो पार्ट्स पर मौजूदा अमेरिकी टैरिफ में रियायत की भी चर्चा कर रहा है. लेकिन तीन भारतीय सरकारी अधिकारियों ने रॉयटर्स को बताया कि अमेरिकी वार्ताकार अभी तक मांगों पर सहमत नहीं हुए हैं. सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि भारत ने बादाम, पिस्ता और अखरोट पर टैरिफ में कटौती की पेशकश की है और ऊर्जा, ऑटो और रक्षा जैसे क्षेत्रों में अमेरिकी आयातों को तरजीही सुविधा देने को तैयार है.
गौरतलब है कि 2 अप्रैल को ट्रंप ने 200 से ज्यादा देशों पर पारस्परिक टैरिफ की घोषणा की और भारत पर 26 प्रतिशत टैरिफ लगाया. 9 अप्रैल को लागू हुए टैरिफ की आधार रेखा 10 प्रतिशत थी, जिसमें हाई रेट 49 प्रतिशत थी. हालांकि, 10 अप्रैल को ट्रंप ने ग्लोबल मार्केट के रिकॉर्ड निचले स्तर पर गिरने के बाद 90 दिनों के विराम का ऐलान किया.
आजतक बिजनेस डेस्क