अमेरिकी राष्ट्रपति ने पहले भारत पर 25 फीसदी का टैरिफ (Trump Tariff On India) लगाया और फिर भारत की रूसी तेल (Russian Oil) खरीद पर सख्त रुख दिखाते हुए 25 फीसदी का एक्स्ट्रा टैरिफ लगा दिया. हालांकि, अब ट्रंप भले ही टैरिफ को लेकर शांत नजर आ रहे हैं, लेकिन उनकी जगह अमेरिकी सीनेटर बेतुके तर्क देते हुए यूरोप से भारत पर टैरिफ लगाने की डिमांड कर रहे हैं. US Senator लिंडसे ग्राहम ने भी भारत पर रूस की युद्ध मशीन को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. इससे पहले ट्रंप प्रशासन के अधिकारी भी इसी तरीके से निशाना साध चुके हैं.
'रूस की मदद कर रहा भारत'
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम (Lindsey Graham) ने यूरोप से रूसी तेल खरीदने के लिए भारत पर टैरिफ लगाने की खुलेआम अपील की है और आरोप लगाया है कि Russian Oil की खरीद करके भारत व्लादिमीर पुतिन की युद्ध मशीन को बढ़ावा दे रहा है. उन्होंने दावा किया कि डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) पहले ही भारतीय आयात पर 50% टैरिफ लगाने पर हस्ताक्षर कर चुके हैं और इसके तहत एक्स्ट्रा 25% Tariff इसी महीने 27 अगस्त से लागू होने वाला है.
ट्रंप की सख्ती से घबरा गए पुतिन
लिंडसे ग्राहम ने तो यहां तक कह दिया कि ट्रंप की टैरिफ धमकियों का ही असर है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन को US President से मिलने के लिए अलास्का आने पर मजबूर हुए हैं. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि Vladimir Putin के अलास्का में पहुंचने का यही एकमात्र कारण है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने रूसी तेल और गैस खरीदने पर भारत के ऊपर 50% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि पुतिन इससे घबरा गए हैं.
सीनेटर ने यूरोप से पूछे कई सवाल
ट्रंप के करीबी सहयोगी रिपब्लिकन सीनेटर यहीं नहीं रुके और उन्होंने Europe पर सवालों की झड़ी लगा दी. उन्होंने कहा कि, 'यूरोप से पूछिए कि आप रूसी तेल खरीदने के लिए भारत पर टैरिफ क्यों नहीं लगाते? आप Russian Crude Oil का सबसे बड़ा खरीदार होने के नाते चीन को टैरिफ लगाने की धमकी क्यों नहीं देते? बता दें कि अमेरिकी सीनेटर की ये टिप्पणी यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से रूस के साथ भारत के गहरे ऊर्जा संबंधों पर हमला है.
उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि 'रूस की लगभग सारी इनकम तेल और गैस की बिक्री से आती है और यही उसकी सबसे बड़ी कमजोरी भी है. अगर हम रूस के ग्राहकों से कहें कि उन्हें अमेरिकी अर्थव्यवस्था और सस्ते रूसी तेल या गैस खरीदने में से किसी एक को चुनना है, तो वे US Economy को चुनेंगे.'
ग्राहम बोले- ट्रंप ही करा सकते हैं युद्ध खत्म
सीनेटर ग्राहम ने कहा कि मुझे लगता है Donald Trump इस धरती पर एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं, जो इस Russia-Ukraine युद्ध को समाप्त कर सकते हैं. उन्होंने अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच 30 साल से जारी युद्ध का उदाहरण देते हुए कहा कि ट्रंप ने इसे भी खत्म किया है. उन्होंने आगे कहा कि ट्रंप पूरी ताकत लगाने को तैयार हैं और अगर यह युद्ध न्यायसंगत और सम्मानजनक तरीके से समाप्त नहीं होता है, तो फिर रूसी अर्थव्यवस्था (Russian Economy) तबाह हो सकती है.
ग्राहम के मुताबिक, जब राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि मैं यूरोप के जरिए यूक्रेन को हथियार बेचूंगा, तो पुतिन घबरा गए. सीनेटर ने कहा कि अगर हम रूस से कह दें कि युद्ध खत्म नहीं किया, तो आपकी जीवाश्म ईंधन पर निर्भर अर्थव्यवस्था को नष्ट कर देंगे, तो यह युद्ध खत्म हो जाएगा, हम यूरोप के साथ मिलकर ऐसा कर सकते हैं.
आजतक बिजनेस डेस्क