मटन पार्टी में प्रॉपर्टी डीलर को किया बोहोश, फिर गोली मारकर की हत्या, दो गिरफ्तार

एक जनवरी को धरहरा थाना क्षेत्र अंतर्गत भलार इंदरुख सड़क पर अपराधियों ने प्रॉपर्टी डीलर अजीत यादव उर्फ सुमन सौरभ की गोली मारकर हत्या कर दी थी. साथ ही उसके एक साथी शलेंद्र शर्मा को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था. घायल शलेंद्र का इलाज पटना में चल रहा है. मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है.

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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी. पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.

गोविंद कुमार

  • मुंगेर,
  • 05 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 9:10 PM IST

बिहार के मुंगेर पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर की हत्या मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही घटना में प्रयुक्त स्क्रापियो, तीन मोबाईल और नशे की 3 गोली बरामद की है. पुलिस का कहना है कि प्रॉपर्टी डीलर की हत्या जमीन की डीलिंग में हुई थी.

दरअसल, एक जनवरी को धरहरा थाना क्षेत्र अंतर्गत भलार इंदरुख सड़क पर अपराधियों ने प्रॉपर्टी डीलर अजीत यादव उर्फ सुमन सौरभ की गोली मारकर हत्या कर दी थी. साथ ही उसके एक साथी शलेंद्र शर्मा को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था. घायल शलेंद्र का इलाज पटना में चल रहा है.

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वहीं. घटना का खुलासा करते हुए एसपी जगूनाथ रेड्डी जला रेड्डी ने बताया कि नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेश कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया. इसमें प्रशिक्षु डीएसपी कृति कमल, विकास कुमार, जमालपुर, लड़ैयाटांड़, ईस्ट कॉलोनी थानाध्यक्ष समेत जिला आसूचना इकाई के टीम को शामिल किया गया.

अजीत यादव और शलेंद्र शर्मा के साथ हुई थी जमीन की एग्रीमेंट

इसके बाद मुख्य अभियुक्त मुकुल सिंह और बच्चन सिंह उर्फ़ राजीव रंजन सिंह को धरहरा थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव से गिरफ्तार किया गया. साथ ही घटना में प्रयुक्त स्क्रापियो वाहन, तीन मोबाईल और नशा की 3 गोली बरामद किया. आरोपी मुकुल सिंह ने अफने बयान में बताया कि लल्लू पोखर पेट्रोल पंप के पास बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री श्री कृष्ण बाबू के पोते का जमीन है.

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एसपी ने आगे बताया कि उस जमीन को हम अपने साथ अजीत भगत और बहनोई वीर विक्रम सिंह उर्फ़ बिक्कु सिंह के साथ मिलकर लेना चाह रहे थे. मगर, वह जमीन हमलोगो को नहीं देकर जमीन मालिक अजीत यादव और शलेंद्र शर्मा के साथ एग्रीमेंट हुई थी.

बेहोश होने पर मार दी गोली

मामले में जब जमीन मालिक द्वारा अजीत यादव से बात तय हो गई, तब हम अजीत यादव को ही उसमे पार्टनर बनाने के लिए बोला और उस जमीन को एक कंपनी के हाथ बेचने का प्रलोभन अजीत यादव को दिया. उस जमीन को जेएसएल कंपनी को बेचना था.

जमीन बेचने से करीब एक-सवा करोड़ का लाभ होता, जिसमे अजीत यादव को ज्यादा का लाभ मिलता. इसके बाद जेएसएल कंपनी के अजीत भगत के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया. इसके लिए उसने मटन पार्टी रखी. फिर अजीत को नशे की गोली देकर बेहोश कर दिया. बेहोश होने पर गोली मार दी.

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