बिहार में नई सरकार के गठन के बाद फ्लोर टेस्ट होना है. इससे पहले राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है. इसी बीच माले के विधायक महबूब आलम पूर्व सीएम जीतनराम मांझी से मिलने पहुंचे. इस मुलाकात को लेकर उन्होंने कहा कि मांझी जी का हाल-चाल जानने आए थे. कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई है. वहीं, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने भी इस मुलाकात पर प्रतिक्रिया दी है.
बताते चलें कि महबूब आलम और जीतनराम मांझी की मुलाकात आधे घंटे तक चली. इसको लेकर हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि महबूब आलम आते रहते हैं. हम हर परिस्थिति में एनडीए के साथ हैं. हम लोग फ्लोर टेस्ट में समर्थन करेंगे. इस सबके बीच जेडीयू ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है. इसमें विधायकों से 12 फरवरी को विधानसभा में मौजूद रहने के लिए कहा गया है.
सियासी उठापटक के बीच एनडीए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. बिहार में 30 हजार से ज्यादा नौकरियों की घोषणा की गई है. इस बाबत बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने नए पदों की स्वीकृति प्रदान करने की लिस्ट सोशल मीडिया साइट X पर शेयर की है. उन्होंने लिखा, 'मैंने माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशानुसार 30 हजार 547 नए पदों की स्वीकृति प्रदान की है.
'राजद के कुछ विधायक असहज, उन्हें नजरबंद किया जा रहा'
इससे पहले आरजेडी ने अपने विधायकों को बैठक के लिए बुलाकर तेजस्वी यादव के आवास पर रोकने का फैसला किया. 3 घंटे तक चली बैठक के बाद विधायकों को तेजस्वी के पांच देश रत्न मार्ग स्थित आवास पर रोका गया. विधायकों के लगेज को भी आवास में भेजा गया. इसको लेकर बीजेपी नेता निखिल आनंद ने सनसनीखेज आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, यह महसूस करते हुए कि राजद के कुछ विधायक असहज हैं, पार्टी उन्हें नजरबंद करने के लिए एकत्र कर रही है. दूसरी ओर राजद अनर्गल बयानबाजी कर मीडिया में सुर्खियां बटोरने की कोशिश कर रही है. वास्तव में, एनडीए पहले दिन से ही पूरी तरह आश्वस्त है और राजद का धूल चाटना भी तय है.
कोई खेला नहीं होने वाला, तेजस्वी झूठ बोलते हैं- गोपाल मंडल
उधर, अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले जदयू विधायक गोपाल मंडल श्रवण कुमार के भोज में गोपाल मंडल काफी देर से पहुंचे. उन्होंने गाड़ी खराब होने का हवाला दिया. जब उनसे पूछा गया कि तेजस्वी ने दावा किया है कि 12 तारीख को खेला होगा तो गोपाल ने कहा कि कोई खेला नहीं होने वाला है, तेजस्वी झूठ बोलते हैं.
भोज में पहुंचे नीतीश कुमार के चेहरे पर दिखी नाराजगी
बता दें कि आज जदयू कोटे के मंत्री श्रवण कुमार के घर पर जदयू के सभी विधायकों को भोज में बुलाया गया. मगर, कुछ विधायक नहीं पहुंचे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भोज में शामिल हुए लेकिन कम विधायकों के पहुंचने से नाराज नजर आए. 5 मिनट में ही बिना कुछ खाए वो निकल गए. इस बीच भोज में शामिल होने आईं लेशी सिंह ने दावा किया कि जदयू के सभी विधायक एकजुट हैं. समय आने पर सभी फ्लोर टेस्ट में नजर आएंगे.
नई सरकार के गठन के बाद 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होना है. इसी दिन विधानसभा के नए स्पीकर का भी चुनाव भी होगा. नीतीश कुमार ने 28 जनवरी की शाम 8 मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. विजय सिन्हा (डिप्टी सीएम), सम्राट चौधरी (डिप्टी सीएम), विजय कुमार चौधरी, डॉ. प्रेम कुमार, ब्रिजेंद्र प्रसाद यादव, सुमित कुमार सिंह, संतोष कुमार, श्रवण कुमार नीतीश की नई कैबिनेट का हिस्सा हैं.
सुजीत कुमार / शशि भूषण कुमार